Tuesday, October 31, 2017

चुदाई अपने कॉलेज की लड़कियों के साथ

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दोस्त की साली को चोदा

हेल्लो दोस्तों मैं एक बार फिर एक कहानी लेकर आया हूँ | मेरा नाम अजय है मैं एक बार फिर अपनी कहानी लेकर आया हूँ | मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ मेरी उम्र 25 वर्ष है | मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच है जिसे देख कर अच्छी अच्छी लौंडियों की चूत मैं पानी आ जाता है | मैं एक साधारण युवक हूँ जो अपनी लाइफ को अपने हिसाब से इंजॉय करता हूँ |
दोस्तों वैसे मेरी जिन्दगी मैं कई मोड़ आये है | ये कहानी भी उन्ही में से एक है जो की मेरे साथ घटी हुई है और मैं आप लोगों के बीच आज लेकर आया हूँ | मुझे पता है की ये आप को पसंद आयेगी तो दोस्तों मैं आप सब का समय खराब न करते हुए अपनी कहानी पर आता हूँ |
दोस्तों मैं अपने एक ख़ास दोस्त की शादी मैं गया हुआ था वंहा पर मैं अपने दोस्तों के साथ खड़ा होकर इंजॉय कर रहा था | तभी मेरी नजर एक भाभी पर पड़ी जिनकी उम्र लगभग 26 या 27 की होगी कमाल लग रही थी | उनके चूतडो का उठान देख कर किसी का भी सामान हिलोरे लेने लगे और उनके गोल-गोल बूब्स देखकर तो मेरा सामान खड़ा होने लगा बड़ी मुस्किल से मैंने उसे सम्हाला और फिर मैं अपने दोस्तों के बीच बिजी हो गया |
पर सायद उन्होंने मुझे देख लिया था की मैं उनके बूब्स को देख रहा था इसी वजह से मैंने जब मुड कर देखा तो वो मुझे देख रही थी | तो मैंने नजरे वह से हटा ली पर मेरा मन नहीं मान रहा था तो मैंने अपने दोस्त से पुछा की जिसकी शादी थी की ये कौन है | तब मुझे पता चला की वो तो मेरे दोस्त की बड़ी साली है |
मेरी नजरे पूरी शादी में उन्ही पर टिकी रही और सायद उन्होंने ने भी इस बात पर गौर किया था | क्योंकि वो भी मुझे बहुत देर से घूरे जा रही थी | तो मैंने उनकी तरफ देख के प्यारी सी स्माइल की जिसका जवाब उन्होंने भी स्माइल से दिया | मानो मेरी तो लाटरी लग गयी हो फिर हम सब खाना खाने पहुंचे तो मैं अपने लिए प्लेट लेने गया तो वो भी प्लेट लेने मेरे पास आ गयी तो मैंने अपनी प्लेट उनको थमा दी और मैंने दूसरी प्लेट खुद ले ली वो मुस्कुरा कर वह से चली गयी | फिर पूरी शादी मैं हम एक दुसरे से इशारों से बाते करते रहे चलते वक़्त मैंने अपना मोबाइल नंबर चुपके उनको दे दिया और काल करने को कहकर मैं वहा से चला आया | उस रात मैं सो नहीं पाया मैं जब भी आँखें बंद करता उनका चेहरा मेरी आँखों के सामने घूमने लगता मैं उनके बारे मैं सोंच कर पागल हुआ जा रहा था की न जाने कब वो मुझे चोदने को मिलेंगी कब उनके उठे हुए मम्मे मसलने को मिलेंगे | उस रात तो मैं उनके नाम की मुठ मार के सो गया और उनके सपनो मैं खो गया |
अगले दिन उनका फ़ोन आया तो मैंने फोन उठाया क्या सेक्सी आवाज़ थी | लग रहा था की जैसे मैं 16 साल की लड़की से बात कर रहा हूँ | उसने अपना नाम सरिता बताया | मैंने कहा सरिता मुझे तुमसे प्यार हो गया है मैं तुम्हे बहुत चाहता हूँ | तो सरिता ने कहा की वो भी मुझे पसंद करती है | फिर हम दोनों एक दुसरे से रोज बाते करने लगे |
उसने बताया की उसके पति बिजनेस मैंन हैं और ज्यादातर घर से बाहर ही रहते है | और उसके घर मैं उसके सास-ससुर वो ही रहती है | और वो रोने लगी तो मैंने उसे चुप कराया और उसे पुछा की वो रो क्यों रही है | तो उसने बताया की उसके पति का चक्कर एक लड़की के साथ है और वो सही से उसकी आग नहीं बुझा पाता और उसका लंड भी बहुत छोटा इसी के कारण शादी के तीन साल बाद भी आज तक वो आज तक माँ नहीं बन सकी और उसके सास-ससुर उसे ताने देते रहते है |
मैं तो एक दम से उचल पड़ा जो बात मैं बोलना चाहता था की मैं उनकी चूत के लिए पागल हूँ | पर उसने ही वो बात बोल दी मैंने कहा की वो परेशान न हो मैं हूँ मैं उसकी प्यास बुझाऊंगा |
इस तरह हम दोनों एक दुसरे से गरम-गरम बाते किया करते थे और वो अपनी चूत मैं ऊँगली डाल कर और मैं मुट्ठ मार कर अपना कम चलने लगे | एक दिन की बात है | सुबह का समय था सरिता का फोन आया उसने बताया की उसके सास-ससुर आज बाहर जा रहे है | और आज शाम को मुझे अपने घर बुलाया आज वो समय आ ही गया जिसका हम दोनों को इन्तजार था | मैं तो खुशी से पागल होने लगा था | उस दिन मैं दिन भर सरिता के ख्यालो मैं खोया रहा | और शाम को मैं उसके घर पहुंचा और उसके दरवाजे की घंटी बजाई सरिता ने दरवाजा खोला तो मैं तो उसे देखता ही रह गया नीले कलर की नाइटी में कहर था रही थी |
उसे देखते ही मेरा लंड पैन्ट फाड़कर बाहर आने लगा तो उसने कहा अन्दर आओ राजा क्या आँखों से चोदोगे क्या तो मैं फिर उसके घर के अन्दर गया |
और उसने दरवाज़ा जैसे ही बंद किया मैंने उसे उठा कर अपनी बाँहों मैं ले लिया और उसके बेडरूम मैं ले जाकर बेड पे पटक दिया और अपने होंठों को उसके होंठो पर रख कर जोर से चुम्मा लेने लगा वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी वो मेरे बालो को पकड कर कसके किस कर थी | फिर मैं उसके मम्मो को मसलने लगा क्या मस्त मम्मे थे | एक दम कडक जैसे कि किसी ने छुआ ही न हो वो मदहोस होने लगी | मैंने उसकी नाइटी निकाल कर फेंक दी अब वो सिर्फ ब्रा और पैन्टी मैं मेरे सामने थी क्या गज़ब लग रही थी काली ब्रा और पैन्टी मैं फिर मैंने उसे उल्टा किया और उसके पीठ पर किस करने लगा और ब्रा के हुक खोल कर उसकी ब्रा निकाल कर फैंक दी और उसके मम्मो को आज़ाद कर दिया | और उसकी चूत मैं ऊँगली करने लगा उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी | मैंने उसकी पैंटी निकाल दी और उसकी चूत पर अपना मुह रख कर उसे चाटने लगा और उसके मम्मो को अपने हांथों मैं लेकर मसलने लगा | वो मेरे सर को पकड़ कर मेरे मुह को अपनी चूत की ओर दबा रही थी | और जोर से सिस्कारिया ले रही थी | अब वो बहुत गरम हो चुकी थी उसने मेरी पैन्ट खोल दी और मेरा लंड को निकाल कर उससे खेलने लगी मेरा मोटा लंड देख कर वो बहुत खुश थी | उसने मेरा लंड अपने मुह मैं डाल लिया और उसे चूसने लगी मेरा लंड लोहे की राड की तरह कड़क हो चूका था | उसने मुझसे कहा की अब मुझे मत तडपाओ मेरे राजा डाल दो अपना लंड मेरी चूत में | बुझा दो इसकी प्यास बहुत दिनों से प्यासी है और तुम्हारे लंड का इंतज़ार कर रही है | मैंने अपने लंड के सुपाडे पर थोडा सा थूक लागाया और उसकी टाँगे फैलाकर उसकी चूत पर रगड़ने लगा | साथ मैं उसके मम्मो को मसलने लगा और एक जोर के धक्के के साथ मैंने अपना आधा लंड उसकी चूत मैं घुसा दिया वो एक दम चीख उठी इतने दिनों से सुखी पड़ी उसकी चूत टाइट हो चुकी थी| उसकी चीख निकलते ही मैंने अपने होंठो को उसके होंठो पर रख दिया और किस करने लगा और धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा अब वो मेरा साथ देने लगी थी | मैंने भी धक्को की स्पीड बढ़ा दी और अपना पूरा लंड उसकी चूत मैं पेल दिया |
अब वो भी मज़ा ले रही थी और गांड उठा-उठा मेरा साथ दे रही थी उसकी मादक सिस्कारिया आह ओह्ह उम्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्हओ अह्ह्ह फक मी अहह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह आह्ह आह्ह्ह उम्म्ह्ह ओह्ह्ह कम ऑन फक मी अहह ओह्ह्ह उम्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह ओह्ह्ह अहह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह्ह येस्स ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह ओम्ह्ह्ह यस्स्स्स उम्म्हह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्म उम्ह्ह्ह अह्ह्ह्हा उम्ह्ह उम्ह्ह्ह पूरे कमरे में गूँज रही थी | उसकी मादक सिस्कारियों से मेरा जोश और बढ़ रहा था मैं और जोर से धक्के लगाने लगा | 15 मिनट की चुदाई के बाद वो झड गयी पर मैं कहा झड़ने वाला था | मैं बराबर धक्के लगाये जा रहा था और उसकी चुचियो पर अपना मुह रख कर उन्हें अपनी जीभ से सहला रहा था | वो आह्ह ओह्ह नो ओह्ह आह्ह्ह एस ओह्ह नो अह्ह्ह उम्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह अह्ह्ह उम्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह की आवाज़े निकाल रही थी और मेरे बालो मैं हाँथ डालकर सहला रही थी | अब मैं भी झड़ने वाला था तो मैंने उससे पूंछा की बाहर निकालू या अन्दर ही रहने दूँ उसने कहा अन्दर ही रहने दो | मैं धक्के लगाता गया उसकी चूत को अपने वीर्य से भर दिया उसके बाद हम एक दुसरे के ऊपर ऐसे लेटे रहे और एक दुसरे को चूमते रहे सरिता ने कहा आज जो मुझे आनंद मिला है वो आज तक मेरे पति मुझे नहीं दे पाए मेरी चूत धन्य हो गयी आज तुम्हारा लंड पाकर आज से चूत तुम्हारी फिर मने उस रात तीन बार चोदा और सुबह होते ही अपने घर चला आया | उसके बाद मैंने सरिता को कई बार चोदा |आज एक बच्चे की माँ है और वो मेरा बच्चा है 

भाभी की जवान चूत को अपने बड़े लंड से चोदा

मेरा नाम सिद्धार्थ है | मेरी उम्र २४ साल है और मेरी हाईट 6 फीट है | रंग सांवला है और मै हेल्थी हूँ | लगभग डेढ़ साल पहले की बात है जब मैं कॉलेज में हुआ करता था | पर मेरा पी.जी. कम्प्लीट हो चुका था तो अब ज्यादातर मैं घर में रहता था और सरकारी नौकरी की तयारी करता रहता था | हमारे घर के बाजू में चाचा का घर है और उनका एक बड़ा बेटा है जो की आर्मी में जॉब करते हैं | आप सभी जानते हैं की आर्मी की नौकरी एक जगह स्थिर नहीं रहने देती तो उनका ट्रान्सफर होता रहता था और ज्यादातर टाइम बाहर ही रहा करते थे और बस छुट्टियों में ही घर आ पाते थे | वो शादीशुदा थे और भाभी घर में अकेली ही रहती थी चाचा चाची के साथ उनका बेटा या बेटी नहीं थे | मैं कभी कभी भाभी के साथ बात कर लिया करता था और हमलोग कभी कभी घर का सामान लेने साथ जाते थे | भैया के ना होने पर भाभी मायूस हो जाती थी इसलिए जब भी वो बोर होती तो वो मुझे घर बुला लिया करती थी उनका भी टाइमपास हो जाता था | चाचा चाची को किसी फंक्शन में जाना था चाची के ननिहाल में | और घर खाली छोड़ नहीं सकते थे तो भाभी नहीं गयी और उनको भी अकेले नहीं रहा जाता था………तो उनके साथ मैं रुक गया था तो चाची चाचा को टेंशन लेने की कोई जरुरत नहीं थी …..
एक दिन हम दोपहर में खाना खा रहे थे साथ मैं और टीवी देख रहे थे उसमे ऐड में ब्रा पेंटी का ऐड आया और रिमोट दूर था मुझसे तो मैं तुरंत बदल नहीं पाया फिर वो एड देख के भाभी भी मुस्कुरा दी और मैं भी मुस्कुरा कर खाना खाने लगा | खाना खाने के बाद हम लेटने गये भाभी अलग सोती थी और मैं भी अलग क्यूंकि दिन का टाइम था और रात में हम दोनों साथ में सोते थे | एक बार मैं शाम को अपने दोस्तों के साथ मूवी गया तो उस मूवी में भाभी और देवर के अश्लील हरकतों के बारे में दिखाया जा रहा था मैं ना चाहते हुए भी भाभी के बारे में ऐसा सोचने लगा था | फिर मूवी ख़त्म हुई और मैं  रात के 9 बजे घर पहुंचा दरवाजा खुला था तो मुझे थोडा शक हुआ की राते में घर का दरवाजा कैसे खुला है | वेसे दोस्तों हमारे कॉलोनी में चोरी जैसी वारदाते नहीं होती है इसलिय मैंने जयादा नहीं सोचा और सीधे अन्दर चला गया पर मैंने आवाज़ नहीं लगाईं मैं भाभी के कमरे में गया तो मैं घबरा गया था क्यूंकि भाभी अपनी चूत ऊपर से सहला रही थी और ब्लू फिल्म देख के अपने दूध भी दबा रही थी फिर मैंने सोचा की शायद भाभी मेन डोर बंद करना भूल गयी होंगी | पर मैं अपने सामने का ये नज़ारा देख के दंग रह गया था |
एक तो उस मूवी में भाभी और देवर के रिश्ते तार तार हो रहे थे और यहाँ भाभी अपने दूध मसल रही थी और चूत सहला रही थी वो भी अश्लील मूवी देख के | वैसे मुझे भी भाभी को ऐसे देखने में बहुत अच्छा लग रहा था | इसलिये मैं भाभी को डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था फिर मै वापस जाने लगा था तो चप्पल की आवाज़ आ गयी होगी भाभी को तुरंत सब बंद करके दौड़ लगाके बाहर निकली और मुझे पूछा तू अन्दर कैसे आ गया मैंने दरवाज़ा लॉक किया था | तो मैंने भाभी से कहा कि भाभी दरवाज़ा खुला था और मैं आपके पास आ ही रहा था की मुझे टॉयलेट जाना पड़ गया तो मैं आपके पास न आके वहाँ जाने लगा | तब भाभी को लगा मैंने कुछ नहीं देखा पर उनको ये भी मैं नहीं बताना चाहता था की मैंने सब कुछ देख लिया था……….फिर उसके अगले दिन भाभी नहा रही थी और वो टावल ले जाना भूल गयी थी | उन्होंने मुझे आवाज़ लगायी कि मैं उन्हें टावल दे दूँ तो जब मैं टावल देने गया तो भाभी ने मुझसे कहा कि मैं नहा लूँ फिर तू भी नहा लेना | मैंने ओके कहा और फिर मैं टीवी देखने लगा ………   भाभी नहा के निकली तो मैं उन्हें देखता ही रह गया वो बहुत सुन्दर लग रही थी और गीले बाल देख के तो मजा ही आ गया | मैं भाभी को घूर घूर कर देख रहा था तभी भाही ने पूछा कि क्या देख रहा है ऐसे घूर घूर के तो मैंने भाभी से कहा की आप बहुत सुंदर लग रहे हो भाभी………तो भाभी पागल बोल के अपने कमरे में चली गयी……..अब मेरा मन भाभी के प्रति बदल रहा था | अब मैं भाभी को चोदने की निगांहो से देख रहा था…..भाभी खाना बना रही थी तो मैं उनकी गांड देखता वो झुक के झाडू पोछा करती तो मैं उनके दूध देखने की कोशिश करता………

अब मैं भाभी को सिर्फ चोदना चाहता था और मैं जानता था की भाभी भी चुदासी थी तो मैंने सोचा की ज्यादा टाइम नहीं लगेगा भाभी को पटाने में | पर ये भी जानता था की अगर भाभी ने मना कर दिया और सबको बता दिया तो मेरा क्या हाल होगा ? फिर मैंने सोचा की अब जो होगा देखा जायगा जब लंगड़ डाला है तो मछली भी फस ही जायगी | रात में हम दोनों खाना खाके सोने की तयारी करने लगे मैं भाभी के बाजु में ही सोता था और रात के करीब 11 बजे मेरी नींद खुली और मैंने देखा की भाभी नही हैं बिस्तर पर मैं समझा गया की भाभी कहाँ गयी होगी | मैंने भी सोचा ये बहुत अच्छा मौका है इसको हाथ से जाने नहीं देना चाहिए………फिर मैं ऊपर वाले कमरे में गया भाभी पूरी नंगी थी और और अपनी चूत सहला रही थी ब्लू फिल्म देख के | मैंने दरवाजा खटखटाया भाभी एक दम से डर गयी और कपडे पहनने लगी तो मैंने आवाज़ दी कि भाभी मैं हूँ सिद्धार्र्थ दरवाजा खोलो डरो मत तब भाभी ने बोला की रुक आती हूँ और वो बिना ब्रा पेंटी पहने सिर्फ गाउन पहन के बाहर आ गयी और पूछने लगी कि तू यहाँ क्या कर रहा है ? तो मैंने भाभी से कहा की आपको ही देखने आया था आप यहाँ क्या कर रहे हो ? वो कुछ नही बोली और नीचे आ कर बेड पर सोने लगी फिर मैं भी नीचे आ गया और भाभी से कहा की भाभी आप डरिये मत मैंने आपको देख लिया था जो आप कर रही थी और मुझे बेशरम बोल के बोली कि तुम्हे शर्म नहीं आती की तुम ऐसे अपनी भाभी को देख रहे थे तो मैंने बोला की भाभी मैं तो ये सब नहीं देखता अगर आप नहीं करती तो |
तो मैंने भाभी से कहा की भाभी ये सब बात छोड़ो मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ……..और खड़ा हो के उनके पास गया और अपना लोअर नीचे करके अपना खड़ा हुआ लंड दिखा दिया | भाभी मेरा लंड देखते ही रह गयी और बोली की इतना बड़ा लंड और चुप हो गयी | तो मैंने बोला की भाभी मैं जानता हूँ की भैया दूर रहते हैं और आप यहाँ चुदासी रहती हो आखिर आप की भी तो इच्छा होती है | लंड लेने की तो आप अपनी इच्छा क्यों मार रहे हो तो…….देखो मैं आपसे प्यार करता हूँ और आपको चोदना चाहता हूँ | भाभी बोली की ये नहीं हो सकता अगर किसी को पता चल गया तो मुझे घर से निकाल देंगे | तो मैंने भाभी को समझाया की भाभी हमारे अलावा किसी को नहीं पता चलेगा और मैंने अपने भाभी के होंठ में रख दिए | भाभी को भी अच्छा लगा और हम किस करने लगे | मैं उनके दूध भी दबाते जा रहा था जिसको मैं सिर्फ कुछ दिनों से दूर से ही देख पा रहा था…
फिर मैं भाभी के दूध को हाथ में ले के चूसने लगा और भाभी उइऊउन्न्हा आः आअहहह अहहहः अहहहहा ऊनंह कर के अपने दूध चुसवा रही थी और मेरा सर अपने दूध में दबा रही थी | और बोलते जा रही थी और चूस आअहहहब्ब ऊऊन्न्ग और चूसो…..दूध पीने के बाद मैं भाभी की चूत चाटने लगा और भाभी अआः अनाहाहा अहहहाहन ऊऊउन्न्ह आहाहाहा अहहहहऊँन कर रही थी | भाभी की चूत का पानी निकल चुका था और  वो मैं पी गया था | पूरा चूत का पानी निकल गया था तब भी चूत चाट रहा था | भाभी ने कहा की बस अब तू सीधे अपना लंड मेरी चूत में डाल और चोद दे…..  आज अपनी भाभी को चोद बहुत टाइम से मेरी चूत प्यासी है……….आज अपनी भाभी की चूत की प्यास बुझा दे…फिर मैंने भाभी की चुदाई चालू कर दी और भाभी को बहुत मजे से चोद रहा था और भाभी भी मजे से चुदवा रही थी | आआहहहह उऔउऔअन्हा आहाहाहा अहाहह और चोदो जोर से चोदो आअहहहह आऊऊह्ह्हाहः ऊउन्न्ह बहुत मजा आ रहा है बहुत अच्छा लग रहा है …. मैं उनको चोदता रहा 10 मिनट तक | उस रात हमलोग ने ४ बार चुदाई की और अब जब भी मौका मिलता है हम खूब चुदाई करते हैं…….
दोस्तों ये रही मेरी भाभी के प्यार की कहानी आप लोगों को कैसी लगी ये स्टोरी ? उम्मीद करता हूँ की आप लोगों को पसंद आई होंगी…स्टोरी पढने के लिए धन्यवाद |

भाभी चुदी देवर से

नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की आप सब मस्ती में होकर रोज चूत की कहानिया पढ़ रहे होंगे | दोस्तों मैं आज आप लोगो को आज अपने जीवन पर बीती एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ उससे पहले आप लोग थोडा मेरे बारे में जान लीजिये फिर मैं अपनी कहानी को आगे ले चलता हूँ |
दोस्तों मेरा नाम गौतम सिंह राठौर है | मैं सीतापुर का रहने वाला हूँ | मेरा एक छोटा परिवार है जिसमे मेरे मम्मी-पापा और मेंरा एक बडा भाई है | पापा मेरे अपनी गारमेंट्स की दूकान पर बैठते है और मम्मी एक सीधी-सादी हाउसवाइफ हैं जो ज्यादातर घर पर ही रहती हैं | बड़ा भाई बैंक में नौकरी करता है जो हमेशा घर के  बाहर रहते हैं और साल में कहीं 1-2 बार घर पर आते है | तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को अपनी ज्यादा बकवास न सुनाते हुए सीधा कहानी की ओर ले सचलता हूँ |
दोस्तों ये बात उस समय की है जब मैं 10 स्कूल में पढता था और मेरा बड़ा भाई मेरे ही कॉलेज में 12वीं में पढता था | बढे भाई ने अपनी पढाई पूरी कर ली थी और बैंकिंग की तैयारी करके बैंक में नौकरी मिल गयी थी | तो वो उनकी पोस्टिंग कहीं दूर हो हुई थी और उनका घर में आना कम होता था | लगभग नौकरी लगने के 1 साल बाद उन्होंने सादी कर ली थी | मैंने अपने भईया की साडी में खूब मस्ती की थी | भईया अपनी सादी में 20 दिन की छुट्टी ले के आये थे | और फिर वे अपनी नौकरी पर चले गये थे | अब हम लोग अपने घर में 4 लोग रहते थे | पापा मेरे शॉप पर चले जाते थे और मम्मी और भाभी घर पर ही रहा करती थी | मैं भी अपने स्कूल चला जाता था और कहीं शाम को अपनी कोचिंग करके आता था | दोस्तों मेरी भाभी दिखने में बहुत सुन्दर थी | मैं उनसे जब मुझे टाइम मिलता था तब मैं उनसे खूब मजाक करता था और वो भी मुझसे करती रहती थी | मैं थोडा शुरू में शरमाया करता था फिर धीरे-धीरे जाके खुल गया था |  दोस्तों मैं अब अपने कॉलेज में बहुत मस्ती करता था | दोस्तों मैं अपने कॉलेज में पढने मे ज्यादा सही नही था | इसी चीज का फायदा उठा कर मैं अपना ज्यादा तर काम लडकियो से करवा लेता था थोडा इमोशनल हो जाता था | मैं बहुत कमीना था हमेशा क्लास की बेक सीट पर बैठकर दोस्तों के साथ मस्ती करता था |

इक दिन हम लोगो का इंटरवल के बाद साइंस का पीरियड था और उसे हमारे प्रिंसिपल सर पढ़ाते थे | हम लोगो ने इंटरवल में  खाना-पीना खाया और अपनी-अपनी बुक्स ले के कॉलेज के ग्राउंड में चले गये और बैठ गये जाके | क्योकि जाड़ो की सीजन था और हम लोग धुप में बैठना चाहते थे | हम सब लोग जाके ग्राउंड में  बैठ गये थे और अभी सर नही आते थे हम लोग उनका वेट कर रहे थे | थोड़ी देर बाद सर आ गये और हम लोग खड़े होकर ऊनको विश किया और बैठ गये और पढने लगे | जब हम लोग पढ़ रहे थे तो हम लोगो के सामने लडकिया बैठी थी | मेरी अचानक से नज़र एक लड़की की तरफ गयी वो जब बैठी थी तब उसने अपनी स्कर्ट नही ठीक से नही संभाली थी और उसकी झांघे और अंडरवियर दिख रही थी | मैं पढाई की ओर ध्यान न करके उसकी झंघो और अंडर वियर की और देख रहा था | मैं उसकी झांघो को देख-देख कर फील कर रहा था | भाई साहब क्या जांघे थी उसकी | अब वो नज़ारा देखते-देखते मेरा लंड खड़ा हो चूका था | उसकी गोरी-गोरी झांघे मेरा दिमाक ख़राब कर रहा था | उसने काले रंग की अंडरवियर पहन रख्खी थी | पीरियड ख़त्म हुआ और हम सब लोग अपनी क्लास में पहुंचे | मेरा लंड अब भी खड़ा हुआ था और मुझे कण्ट्रोल नही हो रहा | अगला पीरियड खली था मैं लडकियो की कमर और चुतरो को देख कर कॉलेज के टॉयलेट में जाके मुठ मार दिया जाके और अपनी साड़ी गर्मी निकाल दी तब जाके मुझे चैन आया | मैं वापस आके अपनी क्लास में बैठ गया | अब मैं उसी लड़की को देख रहा था उसने भी मुझे एक नज़र देखा और पूंछा की क्या देख रहे हो मैंने कहा की कुछ नही जनाब | वो एक तरह से मेरी दोस्त ही थी मैं उससे कभी-कभी बाते कर लेता था | क्लास में सभी लड़के मस्ती कर रहे थे मैं भी जाके उसके पास बैठ गया जाके और मजाक-मजाक में उससे पूंछा की आज मैंने तुम्हारा कुछ देखा | उसने कहा की क्या मैंने उससे गेस करने को कहा वो थोड़ी देर तक सोंचती रही और सोंचती रही | फिर मैंने बता ही दिया उसे की आज तुमने काले रंग की अंडरवियर पहन रखी है | पहले तो वो शरमा गयी फिर उसने मुझे मारने के लिए दौड़ाया मैं भाग गया | हम लोग का मजाक चलता रहता था आपस में हम लोग मजाक कर लेते थे | हम लोगो के हाई स्कूल के एग्जाम आ गये थे | हम लोग ने अपने दिए और अब इंटर में आ गये थे | मैं हाई स्कूल में मैं कम कमीना था उससे ज्यादा मैं अब इंटर में हो गया था | एक दिन मेरा दोस्त कॉलेज में मोबाइल लाया था वह पोर्न विडियो देख रहा उसके पास एक दो लड़के क्लास के पास ओर बैठ कर देख रहे थे | मैंने भी ज्यादा भीड़ देखी औरमैं भी चला गया और देखने लगा | मैंने पोर्न विडियो पहली बार देखी थी | पोर्न विडियो देख कर मेरा संतुलन ख़राब हो और अब मुझे चूत चोदने की ललक लग चुकी थी | पर मेरे पास कोई उपाय नही था | मैंने अपना कॉलेज कम्पलीट किया और घर पर गया | मैं शाम को अपने घर पहुंचा था | मेरे मन में अब चूत चोदने की ललक ही जग रही थी पर अफशोस कोई रास्ता और नही था | मैंने अपना डिनर किया और जाके अपने कमरे में लेट गया जाके |  मैंने पाने सारे कपडे उतार दिया और मुठ मारने जा रहा था | मैं अपने लंड में थूक लगा कर मूठ मार रहा था और अपने मुह से आह आह आहा आहा आहा अह आहा आहा अह आहा आहा अह आह आहा अह आहा अह आह आहा अह आह आहा आहा अह आह आह अह आह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह आह आह आहा आहा हा आह आहा अहः आहा आहा अह की सिस्कारियां निका रहा था तभी अचानक से मेरी भाभी दूध का गिलास ले के मेरे कमरे में आ गयी | मैंने जोश में ध्यान नही दिया और मूठ मारे जा रहा था और जब मैं झड़ने वाला ही था तब मेरा ध्यान मेरी भाभी की तरफ गया | मेरी फट गयी मैं एक दम नंगा हाथ में लंड पकड़ कर खड़ा था और मेरे लंड से पानी निकल रहा था | भाभी ने दूध का गिलास टेबल पर रख दिया और थोडा मुस्कुराया और शरमा के चली गयी |  मैं पूरी तरह से झड गया था और अपने लंड को साफ़ कर के बेड पर लेट गया और भाभी के बारे में सोंच रहा था और मन में यही कह रहा था की भाभी क्या सोंच रही होंगी मेरे बारे में | रात बीती मैं सुबह उठा भाभी ने मुझे ब्रेकफास्ट दिया और मुझे देख कर हंसी जा रही थी | मैंने अपना ब्रेकफास्ट ख़त्म किया और कॉलेज चला गया | मैंने सारा दिन भाभी के बारे में सोंचता रहा की अगर भाभी को बुरा लगता तो कब का मम्मी से या भईया से कीह देती यूँ मुझे देख कर हंसती थोड़ी न | मैंने सारा दिन कॉलेज में अपना दिमाक लगाया | और शाम को घर पहुंचा और कपडे निकाल कर खेलने चला गया | शाम को दीनर किया और कमरे में चला गया इस बार मैंने दूध डाईनिंग टेबल पर ही पी लिया था ताकि भाभी को मेरे कमरे में ना आना पड़े | मैं कमरे में लेता था और इधर-उधर दिमाक लगा रहा था फिर अचानक से मेरे दिमाक में आया की भाभी क्या कर रही है |
मैं अपने कमरे से बाहर आके भाभी के कमरे में गया और कमरे में झाँक कर देखा तो भाभी भी पूरी नंगी होकर बेड पर लेती थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी | मुझसे यह सीन देख कर कंटोल नही हुआ और मैं अचानक से भाभी के कमरे में चला गया और सामने ही खड़ा हो गया | भाभी एक दम से खड़ी हो गयी और थोड़ी दे बाद भाभी ने कमरे को लॉक कर दिया और मेरे भी कपडे निकाल दिए | मैं तो चूत का भूंका ही था मैंने कुछ नही कहा | फिर भाभी बेड पर लेट गयी मैं भी भाभी के ऊपर लेट कर भाभी के होंठो को चूस रहा था और उनके दूध दबा रहा था | थोड़ी देर तक मैंने भाभी को चूमा और फिर बाद में मैंने भाभी के दोनों पैरों को फैला दिया और भाबी को चूत में अपना लौंडा डाल कर चोदने लगा और भाभी के मुह से आह आह आहा आहा आहा अह आहा आहा आहा आहा अह आह आहा आहा आहा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्होह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह  सिस्कारियां ले रही थी | इस तरह से मैंने अपनी और भाभी की गर्मी को शांत किया |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | आशा करता हूँ की आप लोगो को पसंद आएगी |

अपनी बहन को दोस्त से चुदवाया

Apni Behan Ko Dost Se Chudwaya : हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम पीलू है और मेरी उम्र 24 साल है। आज में आपको मेरी एक रियल स्टोरी शेयर कर रहा हूँ। मेरी फेमिली में हम 5 लोग रहते है मेरे मम्मी, पापा और 2 बहनें है, बड़ी बहन की उम्र 28 साल, वो शादीशुदा है और शिल्पा की उम्र 22 साल, वो कॉलेज में पढ़ रही है। मेरी बहन शिल्पा का बहुत कम उम्र में ही मस्त फिगर हो गया था, बड़े-बड़े दूध और गांड भी बहुत मस्त हो गयी थी। अब में जब भी उसको सोते हुए देखता तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था। अब में अपनी बहन को चोदने की सोच रहा था, लेकिन समझ नहीं आ रहा था कि कैसे चोदूं? उसकी मोटी-मोटी जांघे, बड़ी गांड, सांवला भरा-भरा बदन, मुझे मदहोश कर देता था।
मेरा एक फ्रेंड था नील, वो मेरे बहुत क्लोज़ था। एक दिन हम दोनों ने सौदा किया कि हम दोनों एक दूसरे की बहन को पटायेंगे और चोदेंगे। फिर 2-3 महीने में मैंने नील की बहन पूनम को पटा लिया और नील ने मेरी बहन को पटा लिया। मेरी बहन तो नील से चुदवाने को बैचेन थी और मोबाईल पर ज़्यादा टाईम नील से ही बात करती थी। अब में जब भी नील के घर जाता और नील मेरी बहन को कॉल करता था और नील और मेरी बहन के बीच बहुत सेक्सी बातें होती थी। नील इयरफोन लगाकर उससे बात करता था और एक साईड का इयरफोन में अपने कान में लगाता था। मेरी बहन क्या हॉट बातें करती थी? उसकी बातों से ये समझ में आता था कि वो नील से जल्दी ही चुदना चाहती है। मैंने भी नील को बोल रखा था कि जितनी जल्दी हो सके मेरी बहन शिल्पा को चोदो, क्योंकि में अपनी बहन को चुदते हुए देखना चाहता था।
फिर कुछ दिनों के बाद नील ने शिल्पा को चोदने का प्लान बनाया और चुदाई की जगह मेरा रूम फिक्स हुआ। फिर जब नील ने शिल्पा से कहा कि तुम्हारे भाई के रूम में ही करेंगे। फिर वो बोली कि भाई कहाँ रहेगा? तो नील ने कहा कि वो मेरी बहन को गणित पढ़ाने जायेगा तो हम उसी टाईम करेंगे। फिर वो भी मान गयी। मेरा रूम घर के फ्रंट में है और बाकी फेमिली के लोग अंदर की तरफ ही रहते है और मेरे रूम की तरफ बहुत कम आते है, मेरी बहन ही मेरे रूम में सबसे ज़्यादा टाईम आती है और हम दोनों घंटो वहाँ बैठते है और बातें करते रहते है, इसलिए घर के लोग ध्यान नहीं देते है। फिर अगले दिन दोपहर 1 बजे नील ने मुझे कॉल किया कि वो शिल्पा को चोदने घर आ रहा है तो ये सुनकर में पहले से ही अपने रूम में आ गया और अपने बेड के नीचे छुप गया और बेडशीट भी थोड़ा नीचे कर लिया जिससे में छुप सकूँ। मेरे बेड के नीचे और भी बड़ा सामान रखा था, जिससे में आसानी से छुप गया और ये सब मेरे दोस्त को पहले से ही मालूम था।

फिर थोड़े टाईम के बाद मेरी बहन रूम में आकर सोफे पर बैठ गयी और नील के आने का इंतजार  करने लगी। अब में बहुत खुश था, क्योंकि अब में अपनी बहन को नंगा देखने वाला था। फिर 10 मिनट में नील भी आ गया। फिर जैसे ही वो अंदर आया तो मेरी बहन ने डोर लॉक कर दिया और बिना टाईम ख़राब किए वो दोनों एक दूसरे से चिपक गये। फिर नील ने बेड से गद्दा उठाया और फर्श पर रख लिया, जिससे में पूरा सीन देख सकूँ, अब मुझे सब कुछ दिख रहा था। फिर नील ने मेरी बहन के कपड़े उतारने शुरू किए, उसने पहले सलवार उतारा तो जैसे ही सलवार उतरा तो मुझे शिल्पा की मस्त-मस्त जांघे दिखी। फिर कुर्ती उतारी, अब मेरी बहन पेंटी और ब्रा में थी, मेरी बहन क्या मस्त माल लग रही थी? भरा-भरा बदन। अभी तो उसके पेंटी और ब्रा भी नहीं उतरे थे और मेरा लंड टाईट हो गया और अब मेरा लंड पानी निकाल रहा था।
फिर थोड़ी देर में नील ने मेरी बहन की ब्रा का हुक खोला तो जैसे ही ब्रा निकली तो मेरी बहन के बूब्स झूल गये, क्या बड़े-बड़े बूब्स थे मेरी बहन के? फिर नील ने शिल्पा के बूब्स दबाना शुरू किया और मैंने मुठ मारना शुरू किया। फिर नील ने शिल्पा की पेंटी उतार दी, वाऊ क्या माल थी मेरी बहन? उसकी चूत के ऊपर काले-काले बाल थे। मैंने पहली बार अपनी बहन की चूत देखी, उसकी झांट देखी, उसकी गांड देखी। मैंने अपनी बहन का हर अंग देखा। अब मुझे अपनी बहन को पूरी नंगी देखकर बहुत मस्त लग रहा था। अब में मुठ मारते जा रहा था। फिर  जैसे ही मेरा माल निकलने वाला होता तो में रुक जाता और अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था, अब मुझे ऐसा लग रहा था कि बाहर निकल कर अपनी बहन की चूत चाट लूँ। फिर शिल्पा गद्दे पर लेट गयी और नील ने भी अपनी जीन्स, टी-शर्ट निकाल दी, अब उन दोनों की साँसे तेज चलने लगी थी और मुझे उनकी सांसो की आवाज़ आ रही थी। मैंने पहली बार महसूस किया कि मेरी बहन कितनी हॉट और सेक्सी है।
फिर नील ने शिल्पा की चूत में उंगली घुसा दी तो शिल्पा ने अपनी आँखे बंद कर ली। फिर नील अपनी उंगली अंदर बाहर करता रहा। फिर नील ने जीभ से मेरी बहन की चूत चाटना शुरू किया तो मेरी बहन सिसकियां भरने लगी। अब शिल्पा नील का लंड चूस रही थी और नील शिल्पा की चूत चाट रहा था और में मूठ मार रहा था। फिर नील शिल्पा के ऊपर चढ़ गया और अपने लंड पर ऑयल लगाया और चूत पर अपना लंड रख दिया। फिर मेरी बहन ने नील का लंड पकड़ा और चूत में घुसाने लगी, अब नील का आगे का सुपाड़ा ही अंदर गया था कि शिल्पा मदहोश हो गयी। फिर नील ने धीरे से अपना पूरा लंड अंदर चूत में घुसा दिया तो शिल्पा ने नील को कस कर जकड़ लिया। फिर नील ने झटके देने चालू किए और इधर मेरे लंड ने झटके मार दिए, मेरा पहली बार इतना ज़्यादा माल निकला और मेरा पूरा बदन कांप गया और मेरे बदन में जोरदार झटके लग गये।

और भाई कैसा पकड़ के देखो ऐसा

नमस्कार दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी खुश होंगे अपनी लाइफ में और अपनी अपनी चुदाई की दुनिया में खुश होंगे | मेरा नाम प्रशा है और मैं तेजपुर की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और मैं ग्रेजुएट हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर भी जीरो फिगर सेक्सी करीना है | मेरा फिगर 28-34-36 है | मेरे घर मेरे अलावा मेरे मम्मी और पापा और मेरी एक बड़ी दीदी हैं जो कि पापा के साथ डेल्ही में ही जॉब करती हैं | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश कर रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं चुदाई की कहानी रोजाना पढ़ती हूँ और मुझे चुदाई की कहानिया पढना बहुत पसंद है | मेरी एक फ्रेंड है जिसका नाम अर्पिता है उसी ने मुझे इस चुदाई की कहानी के बारे में बताया था | आज मुझे मौका मिल रहा है कि मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करू | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय नही लूंगी और सीधा कहानी पर आती हूँ |
ये घटना गर्मी के टाइम की है | मेरा भाई जो बुआ का बेटा जिसका नाम राजुल है उसका एग्जाम था आईबी का | उसका एक दिन फ़ोन आया और उसने कहा कि मैंने तेजपुर अपना सेंटर लिया है और इसी बहाने तुम लोगो के यहाँ कुछ टाइम भी बिता लूँगा | ( उसका फ़ोन मेरे पास आया था क्यूंकि मैं ही घर में मोबाइल चलाती हूँ और मम्मी को फ़ोन चलाते नही बनता है ) | मैंने भी कहा ठीक है और फिर मम्मी से बात करवा दी कुछ देर मम्मी ने बुआ लोग से भी बात की | फिर मम्मी ने मुझे बताया कि राजुल एग्जाम देने के बाद कुछ दिन यहीं रहेगा तो दीदी वाला कमरा उसे दे देते हैं | मैंने भी हामी भर दी क्यूंकि मुझे कोई दिक्कत नही थी और उसे देखे हुए काफ़ी साल हो चुके थे | फिर एग्जाम के दो दिन पहले ही राजुल घर आया | जैसे ही वो आया तो मैंने देखा कि एक दम स्टाइलिश बन कर आया | मैं तो सोच भी नही सकती थी कि इतने साल में ये इतना बदल जायगा | राजुल अब बहुत स्मार्ट दिखने लगा और उसका ड्रेसिंग सेन्स भी कमाल का हो गया है | मम्मी खाना बना रही थी तो मैंने उन्हें आवाज़ दी और कहा कि राजुल आ गया है | फिर हम तीनो बैठ कर कुछ देर बात किये और फिर मम्मी खाना बनाने चली गई | मैंने मम्मी से कहा कि मम्मी मैं इसका सामान दीदी के रूम में जमा देती हूँ | मम्मी ने भी कहा ठीक है | फिर मैंने सीड़ी से ऊपर चढ़ने लगी कि तभी मेरा पैर फिसल गया और मैं सीधा उसकी गोद में जा गिरी | हम दोनों एक दूसरे को देख कर मुक्सुरा दिए और फिर उसने मुझसे कहा आराम से ! तो मैंने कहा हाँ हाँ ठीक है मेरा पैर फिसल गया था ओके | फिर दीदी के रूम गए वहां उसका सामान जमाने लगी | तभी मम्मी ने आवाज दी कि बेटा राजुल तू नहा कर फ्रेश हो जा फिर खाना खा लेना | उसके बाद वो नहाने चला गया और मैं नीचे जा कर टीवी देखने लगी | फिर वो नहा कर आया और हम तीनो बैठ कर खाना खाने लगे | खाना खाने के बाद फिर मम्मी अपने काम में लग गई और मैं और राजुल दीदी के रूम चले गए | हम तीनो ऐसे ही नार्मल बात करने लगे | बात करते करते हम दोनों बहुत आगे बढ़ गए और हम दोनों कि अब अशलील बाते होने लगी | हम दोनों बात करते करते बहुत गरम हो चुके थे और तभी मम्मी ने कहा कि अर्पिता इसको आराम कर लेने दे इसका पेपर है | फिर मैंने उससे कहा कि अपन रात में अपनी बात करेंगे | ये कह कर मैं भी अपने रूम में आ कर सो गई | उसके बाद रात में खाना खाने के बाद हम तीनो सोने चले गए | मम्मी जल्दी सो जाती हैं तो मैंने सीधा उसके रूम गई और हम दोनों के बीच फिर से अशलील बात करने लगे | ऐसे ही बात करते करते हम दोनों फिर से गरम हो गये और फिर उसने मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिए और मेरे होंठ को चूसने लगा और मैं भी उसका साथ देने लगी और उसके होंठ को चूसने लगी | वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे दूध दबाने लगा और मैं भी उसको किस करते हुए उसके लंड को दबाने लगी | हम दोनों ने करीब 10 मिनट तक किस किये | उसके बाद उसने मेरे टॉप को निकाल दिया और ब्रा के ऊपर से ही मेरे दूध को मसलने लगा तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया लेने लगी | फिर उसने मेरी ब्रा को भी उतार दिया और मेरे दोनों दूध को अपने मुंह में ले कर बारी बारी से चूसने लगा तो मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर पर हाँथ फेरने लगी | वो बहुत जोर जोर से मेरे दूध को मसल कर चूस रहा था और निप्पलस भी होंठ में दबा कर चूस रहा था और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | फिर मैंने उसके हाफ पेन्ट को उतार दिया और अंडरवियर को उतार कर नंगा कर दिया | फिर मैंने उसके लंड को अपने हाँथ में ली और चाटने लगी जीभ से तो उसके मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | मैं उसके लंड को चाट चाट कर गीला कर रही थी और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रहा था | फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में डाल लिया और ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए आन्हे भरने लगा | मैं उसके लंड को जोर जोर से ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रहा था |
फिर उसने मुझे लेटा दिया और मेरा हाफ पेन्ट उतार कर अंडरवियर को भी उतार कर नंगा कर दिया फिर मेरी चूत में अपनी जीभ रख कर चाटने लगा तो मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगी | वो मेरी चूत में अपनी जीभ रगड़ते हुए चूत के दाने को भी होंठ से खींचते हुए चूसने लगा तो मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मदहोश होने लगी | फिर उसने मेरी चूत की चुदाई अपनी ऊँगली से चालू कर दिया और जोर जोर से मेरी चूत के अन्दर बाहर करने लगा और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपने दूध मसल रही थी | उसके बाद उसने अपने लंड को मेरी चूत को रगड़ते हुए अन्दर डाल दिया और अन्दर बाहर करते हुए चोदने लगा और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | फिर उसने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्के मारते हुए चोदना लगा | मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी | उसके बाद उसने मुझे कुतिया बना दिया और मेरे पीछे आ कर अपना लंड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा और मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी | कुछ देर की चुदाई के बाद उसने अपना माल मेरे मुंह के ऊपर ही छोड़ दिया और हम दोनों ने उस रात दो बार और चुदाई की थी |
तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आई होगी |

कच्ची कली की छोटी चूत को चोद के भोसड़ा कर दिया

हाय दोस्तों मेरा नाम सुंदर सिंह है और मैं मध्य प्रदेश जबलपुर का रहने वाला हूं| मेरी उम्र 18 साल है और मैं क्लास 11वीं  में पढ़ता हूं| मेरी हाइट 5 फुट 5 इंच है मेरा रंग साफ है और स्मार्ट भी दिखता हूं और काफी खुले विचार का व्यक्ति हूं | मेरी फैमिली में चार लोग रहते हैं मैं मेरा बड़ा भाई  मेरे पापा और मम्मी | अब मैं आपको अपनी कहानी बताने जा रहा हूं|
अब से करीब 4 महीने पहले की बात है | मेरा पहला दिन था कोचिंग जाने का और जब मैं कोचिंग पहुंचा  तो मुझे पता चला मेरे घर के पास जो मेरी  फ्रेंड रहती है वो भी वही कोचिंग ज्वाइन करी हुई हैं … उसका नाम मानसी है और उस दिन के बाद से फिर हम दोनों ने साथ ही में कोचिंग जाना शुरु कर दिया | हम लोगों को कोचिंग जाते जाते 4 दिन हो चुके थे और पांचवे दिन मैं कोचिंग जाने में थोड़ा लेट हो गया और मेरे कारण मेरी फ्रेंड मानसी भी कोचिंग जाने में लेट हो गई और  हम लोग जैसे ही कोचिंग गए हमारी कोचिंग वाली दीदी ने हम लोगों को कोचिंग में आने से मना कर दिया | हम लोगों की टीचर काफी स्ट्रिक्ट थी और उन्होंने हम लोगों को कोचिंग से भगा दिया| हम लोग कोचिंग से बाहर निकले तो चलते चलते मेरी फ्रेंड मानसी ने मुझसे बोला कि यार जल्दी घर जाकर हम क्या करेंगे चलो कहीं और चलते हैं तो हम लोग एक जगह जाकर बैठ गए | फिर मानसी मुझसे बोली कि यहां तो टाइम पास  नहीं  हो रहा है तो मैंने अपने फ्रेंड अंशुल को फोन लगाया और जहां हम लोग बैठे थे वहां पर बुला लिया और उसके बाद मानसी ने भी अपनी एक फ्रेंड को बुला लिया जिसका नाम अंजू था | अब हम चारों वहां पर बैठ कर बातें कर रहे थे और साथ ही साथ सोच रहे थे कि क्या किया जाए तो अंजू ने कहा कि चलो एक गेम खेलते हैं बोतल घुमाने वाला तो फिर  मैंने बोला यार  वो क्या होता है तो उसने कहा कि हम चारों गोला बनाकर बैठेंगे और बीच में बोतल घुमाई  जाएगी और जिसके ऊपर भी उसका  सामने वाला हिस्सा आएगा उसको दाम देना होगा | उससे बाकि के तीन लोग  सवाल पूछेंगे और कोई सा भी काम करने को देंगे जिसके ऊपर दाम आएगा उसको बाकी तीनों की बात माननी ही  पड़ेगी मैंने कहा ठीक है चलो खेल खेलना  शुरू करते हैं,,,,

फिर हम लोग गोला बना कर बैठ गए और खेल खेलना शुरु कर दिए बोतल घुमाई  गई और जिसके  ऊपर भी बोतल का  सामने वाला हिस्सा आता था उसको जो काम बताया जाये  वह काम करना पड़ता था | ऐसे ही 1 दिन बीत गया | फिर दूसरे दिन हम लोग फिर कोचिंग नहीं गए और वहीं जाकर हम चारों ने बैठकर खेल खेलना शुरु कर दिया धीरे-धीरे खेल में बदलाव आते गए और फिर मैंने कहा जिसके ऊपर भी दाम आएगा उसको मानसी के हाथ में किस करना होगा | यह बात सुनकर अंशुल ने भी हां कर दिया और अंजू और मानसी लोगों ने भी थोड़ा बहुत एटीट्यूड दिखा कर हां कर ही दिया और उसके बाद बोतल घूमी और दाम अंशुल पर आया | मैंने कहा अब तुझे मानसी के हाथ में किस करना होगा तो उसने ऐसा ही किया | उसके बाद अगला दाम मेरे ऊपर आया तो अंशुल ने कहा तुझे भी  अंजू  के हाथ में किस करनी होगी मैंने कहा ठीक है अंजू ने पहले मना किया फिर बाद में हां कर दिया | उसके बाद अगली बार दाम अंशुल के ऊपर आया तो मैंने कहा तेरे को अब मानसी से गले मिलना होगा उसने मना किया पहले पर मैंने और अंजू ने उन लोगो को फ़ोर्स किया तो मानसी भी मान गई | फिर उन लोगों ने गले मिला उसके बाद अगला दाम  अंजू के ऊपर आया मानसी ने बोला तुझे सुंदर को किस करना होगा उसके गाल पर मैं तो राजी हो गया पर अंजू  थोड़ी देर से राज़ी हुई  फिर उसने मुझे गाल पर किस किया| उसके बाद अगला दाम मेरे ऊपर आया और अंशुल और मानसी ने बोला की अब तुम दोनों को लिप्स में किस करनी होगी मैं तो राज़ी  था और उसको भी बाद में बात माननी पड़ी | क्या करती खेल का नियम ही कुछ एसा था की पीछे नहीं हट सकते थे …फिर हम लोगों ने एक दूसरे के लिप्स पर किस की और हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे और दूसरी तरफ अंशुल और मानसी भी एक दूसरे के रिलेशनशिप में आ गए | फिर  दुसरे दिन मैंने भी अंजू को प्रपोज कर दिया और वह भी मेरे से बहुत अट्रैक्ट हो चुकी थी….
अब  मानसी अंशुल की गर्लफ्रेंड बन चुकी थी और अंजू मेरी और यहां से मेरी लव स्टोरी शुरु हुई | मैं अंजू को कई बार बहार घुमाने फिराने ले जाया करता था साथ में हम लोग डिनर किया करते थे | कभी कभी …और फोन पर भी खूब बातें किया करते थे फिर एक दिन में उसको एक होटल पर लेकर गया हम लोगों ने साथ में खाना खाया | फिर मैंने होटल में रूम बुक किया और हम लोग रूम में गए और बातें की फिर मैं उसके धीरे-धीरे करीब जाने लगा | उसका हाथ पकड़कर उसे किस की हाथों पर फिर वह मेरे गले मिली .. फिर मैंने उसको लिप्स पर किस की और उसे बिस्तर पर लेटा दिया और मैं उसे किस करने लगा और उसके बूब्स भी दवा राहा था करीब 15 मिनट तक हम लोगों ने किस की पर इसके बावजूद भी मैं उसके साथ सेक्स नहीं कर पाया क्योंकि उसको जल्दी घर जाना था वह भी मजबूर थी तो फिर हम लोग एक दूसरे के लास्ट बार गले मिलकर आ गए |
…..घर आने के बाद मेरे मन में बस उसी का ख्याल आ रहा था बस उसके साथ सेक्स करने की इच्छा हो रही थी | बस कैसे भी करके उसके साथ मुझे अब सेक्स करना ही था | पर मुझे कोई मौका नहीं मिल पा रहा था ना ही मेरा घर कभी खाली रहता था और मैं थोड़ा हिचकिचाता भी था उससे बोलने में कि कहीं वह बुरा ना मान जाए सेक्स की बातों को लेकर …
ऐसे ही कुछ दिन निकल गए   …..मैं रोज उसके  बारे में मन में ही  सोच लिया करता  था कि में उसे चोद रहा हूँ| उसे प्यार कर रहा हूँ और उसके बूब्स दवा रहा हूँ और यह सब सोचकर मुठ मार के सो जाया करता था | पर एक दिन उसका फोन आया और वह मुझसे बोली कि आज मेरे घर पर कोई नहीं है मेरा घर आज रात को भी खाली रहेगा तुम मेरे से मिलने आ जाओ और वैसे भी अपन बहुत दिनों से मिले भी नहीं हैं |
…. यह सब सुनकर मै खुश हो गया मैंने कहा ठीक है और पूछा कब आना है तुम्हारे पास वह बोली बस 2 घंटे बाद मेरे पापा मम्मी तब तक चले जाएंगे और मेरा घर खाली हो जाएगा |
मै ढाई घंटे बाद उसके घर पहुंच गया मैंने उसके गेट की रिंग बजाई और उसने गेट खोला और जैसे ही मैंने उसे देखा …उसको देखकर तो मैं पागल ही हो उसने नील रंग का जम्प सूट पहना हुआ था और उसकी ड्रेस स्किन टाइट थी | जिससे की उसके फूले हुआ बूब्स दिख रहे थे और उस को देख के अब मुझसे और इंतज़ार नहीं हो रहा था | मैंने सीधे उसको अपने गले से लगा लिया उसने बोला रूको तो थोडा | मैंने कहा बस डार्लिंग अब मुझसे और वेट नहीं हो रहा | उसने कहा तो फिर चलो अन्दर चलते है मैंने कहा हां चलो फिर वो मुझे अपने कमरे में ले कर गई और जाते ही मैं उसे किस करने लगा और उसका जम्प सूट उतर दिया | उसने पिंक कलर की बिकनी और पेंटी पहनी हुई थी | उसको बिकनी और पेंटी  पहने हुए देख के मेरा लंड खड़ा हो गया |
मै उसको गले लगा के किस करने लगा और उसके दूध दवाने लगा वो भी बहुत सेक्सी फील कर रही थी और गरम हो रही थी | फिर मैंने उसको पलंग पर लिटा दिया और उसकी बिकनी उतार दी | क्या बूब्स थे यार उसके बड़े बड़े और बिलकुल वाईट उसे देखकर मै उसके दूध को चूसने लगा और उसके गला चुमते हुए उसके लिप्स में किस करने शुरू कर दिया | फिर उसने मेरी शर्ट और जींस उतारी और मैं भी अंडर वियर में आ गया फिर मैंने उसकी पेंटी उतार दी | उसकी चूत में एक भी बाफल नहीं था और एक दम गोरी पिंक कलर की छोटी सी  थी | मै उसकी चूत के अन्दर अपनी जीभ डालकर चाटने लगा और 10 मिनट उसकी चूत चाटी |
वो आआह्ह्ह अआह्ह्ह आवाज निकाल रही थी और पूरी तरह गरम हो गई थी| फिर मै खुद भी नंगा हो गया और उसको पलंग में लेटा दिया और उसके पैरों को फैला कर उसकी चूत को ऊँगली डालकर सहलाने लगा| उसे भी काफी मजा आ रहा था फिर में उसके पैरों को चुमते हुए उसकी चूत को फिर चाटना शुरू कर दिया | उसे खूब मजा रहा था वो अआह्ह्ह  अआह्ह्ह कर के मेरे चेहरे में हाथ फेर रही थी | मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था |  फिर मैंने अपना लंड उसे मुंह में लेने के लिए कहा पहले तो उसने मना किया लेकिन बाद में मान गई फिर मैंने अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया | वो भी बड़े आराम से मेरे लंड को चूस रही थी और मेरा जोश और बढ़ गया 10 मिनट तक उसने मेरा लंड चूसा |
फिर मैंने उसका पैर फैलाया और चूत पर अपना लंड रखकर अन्दर डालने की कोशिश की लेकिन चूत टाइट होने के कारण लंड अन्दर नहीं जा रहा था | तो मैंने उससे कहा थोडा सा तेल लेकर आओ तो वो तेल लेकर आई मैंने अपने लंड पर और उसकी चूद पर तेल लगाया | फिर उसकी चूद पर लंड रख एक जूर का झटका मारा जिससे लंड 2’’ तक उसकी चूत के अन्दर घुस गया और वो चीखने लगी और दर्द से तड़पने लगी | तो मै वैसे ही थोड़ी देर रुका और उसे किस करने लगा | थोड़ी देर में वो नॉर्मल हुई तो मैंने एक और जोरदार झटका लगाया जिससे वो तड़पने लगी और मुझसे लंड बहार निकलने की मिन्नतें करने लगी और रोने लगी| उसकी चूत से बहुत सारा खून निकल रहा था | मैंने उससे कहा जानू फर्स्ट टाइम ऐसा होता है थोड़ी देर में सब नॉर्मल हो जायेगा |
उसने मेरे लिप्स से अपने लिप्स लगा दिए और मुझे ज़ोर ज़ोर से लिप किस करने लगी और उसका दर्द कम होने लगा | तो मेने धक्के लगाना स्टार्ट किये और झटके लगाने लगा उसे भी मज़ा आने लगा वो जोर जोर से सिसकियाँ ले रही थी और   .. आह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह कर रही थी और कह रही थी और तेज मेरी जान और तेज तो फिर मैंने भी उसको और ज़ोर  से चोदना  शुरू कर दिया | फिर मैंने उसे कई बार अलग अलग तरीको से चोदा और उसकी चूत से खून भी आ रहा था और साथ ही साथ उसको किस भी कर रहा था| उसके बड़े बड़े दूध भी दावा रहा था करीब 1/2 घंटे तक मैंने उसके साथ सेक्स किया | वो 3 बार झड चुकी थी  मुझे इतना मजा रहा था की मैं आपको बता नही सकता | आखरी में जब मेरा जड़ने वाला था तो मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकल कर उसके मुंह में डाल दिया| वो जोर जोर से मेरा लंड अपने मुंह में ले कर हिलाने लगी और फिर मै झड गया| फिर  हम लोगो ने किस की और फिर साथ में सो गए … और उस दिन मैंने उसे कई बार चोदा और अब भी जब मौका मिलता है उसे चोदता हूँ…….

पूजा की सील तोड़ चुदाई


हेलो दोस्तों | मेरा नाम रवि है | और मैं 22 साल का हूँ | मै चंडीगढ़ रहता  हूँ | चलिये तो सबसे पहले तो मै अपने बारे में बता दूँ | मै एक लम्बा चौड़ा शरीर वाला लड़का हूँ | मेरा लुक इतना कातिलाना है | की लड़कियां देखते ही मुझ पर फ़िदा हो जाती है | और मै भी कोई मौका नही छोड़ता लड़कियों से मज़े लेने का | वैसे भी मुझे तो बस नई नई लडकियों की खोज रहती है | ताकि मुझे हर बार एक नई चूत मिले चोदने के लिए | दोस्तों अब मै अपने सामान के बारे में भी तो बता दूँ | मेरा लंड 6.5 इंच लम्बा है जिसने बहुतों को चोद कर उन्हें खुश किया है | वैसे तो मेरे साथ ऐसा होता है कि जो भी लंड को एक बार लेता है  |  वो तो बस इसका दीवाना हो जाता है | लेकिन मै हर बार एक नई चूत की खोज में रहता हूँ | मुझे खास कर वर्जिन लड़कियों की सील  तोड़ने में मज़ा आता है |

अब मै अपनी कहानी के बारे में बताता हूँ | ये सच्ची घटना है | जिसे आज भी जब मै याद करता हु तो मुझे जोश आ जाता है | वो चुदाई ऐसी थी कि मै उसे जिन्दगी भर नही भूल सकता | और तो और वो ही एक ऐसी लड़की है जिसको मै दोबारा चोदने की इच्छा रखता हूँ | पर मेरी किस्मत इतनी अच्छी कहाँ जो वो मुझे फिर से मिल जाए | चलिए अब ज्यादा देर न करते हुवे मै कहानी पर आता हूँ | ये बात तब की है | जब मै अभी स्नातक की पढाई कर रहा था | मेरे क्लास में बहुत सी हॉट लड़कियां थी | जैसे की मैंने बताया की मैं लड़कियों को बहुत जल्दी आकर्षित कर लेता हूँ | इसीलिए मैं अपने क्लास की कई लडकियों को चोद चुका था | मुझे बहुत ही मज़ा आता था | मेरा स्नातक पूरा हो गया तो मैंने कॉलेज छोड दिया | लेकिन अब मुझे चूत मिलना बंद हो गई थी | अब तो बस मै एक चूत के लिए तड़प रहा था |
इसी बीच मुझे मेरी बुआ के घर एक शादी में जाने का मौका मिला | वैसे तो मै जाना नही चाहता था | पर मम्मी पापा के कहने पर जाना पड़ा |  मेरी बुआ का घर नैनीताल में पड़ता है |  वहां काफी ठण्ड होती है |जब मै वहां पहुंचा तो देखा की वहाँ पूरा घर मेहमानों से भर गया था | तभी फूफा जी आये | और उन्होंने साथ में चलने के लिए बोला तो मै उनके साथ चल दिया | थोड़ी देर बाद पता चला कि मुझे उनके दोस्त के घर पर रुकना पड़ेगा जो पास में ही था | पहले तो मुझे तो बहुत गुस्सा आया लेकिन अब कर भी क्या सकता था |
जब वहां पंहुचा तो मुझे एक रूम मिल गया | फिर मै फ्रेश होने के लिए चला गया | और फ्रेश होकर आया तो बहुत थके होने की वजह से ऐसे ही बेड पर लेट गया | तभी एक लड़की जिसकी उम्र लगभग 17 साल होगी | उसका नाम पूजा था |  मेरे रूम में आई | मै अभी थोड़ी नींद में था उसने मुझे जगाया | वो मुझे चाय के लिए पूछने आई थी | जब मेरी नज़र उस पर गई तो मै तो एकदम चौक के रह गया | वो बहुत ही खूबसूरत थी | एकदम सैक्सी लग रही थी | इतनी कम उम्र में भी उसके बूब्स बहुत ही बड़े बड़े थे | मैंने तो तभी से सोच लिया था कि कैसे भी इसे पटाना है | फिर क्या था तभी से ही मै उसको आकर्षित करने की सारी कोशिश करने लगा | वो भी मुझसे इम्प्रेस हो चुकी थी | अब तो मैंने सोच लिया था | कि इसे बिना चोदे तो नही जाऊंगा | फिर क्या था | अब जब मौका मिलता उसे टच करता था | वो भी कुछ भी नही बोलती थी | अब मेरी हिम्मत बढ़ चुकी थी | एक बार संगीत का प्रोग्राम चल रहा था |  सब लोग बुआ के घर पर ही थे | मेरा मन नही लग रहा था तो मै भी सब छोड के जहाँ रुका था वहां चला आया |
फिर मैंने फ्रेश हो के अपने कपड़ो को निकल दिया | तभी देखा कि पूजा मेरे कमरे में आयी | तो उसने मुझे देखा | वैसे मैं भी उसी  को देख रहा था | फिर मै उसके करीब गया उसने अपनी आँखे बंद कर ली | अब पास से उसके  कडक बूब्स को अच्छे से  देख पा रहा था | लेकिन फिर उसने अपनी नजरे मेरे ऊपर से हटा दी और मुझसे दूर जाने लगी | पर अब मेरा लंड एक दम खड़ा हो चुका था | मैंने उसको पकड़ लिया  और कस के उसके होंठो पर किस करने लगा | पहले उसने हटने की कोशिश की |फिर वो भी मेरा साथ देने लगी | फिर मैं धीरे से नीचे को हुआ | और उसके पेट के ऊपर किस कर लिया | वो एकदम से चहक उठी | अब शायद वो भी चुदने का पक्का इरादा कर चुकी  थी |
मैंने पूजा की जांघ के ऊपर अपने होंठो को लगा के किस किया तो वो पागल सी हो उठी | उसके बाद मैं उसकी गुलाबी चूत की तरफ बढ़ गया और वहां पर बड़े ही प्यार से किस करने लगा | मेरी जबान और ऊँगली दोनों को मैंने पूजा की चूत को खुश करने के काम में लगा दिया था | नेहा अह्ह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्हह्ह.. कर रही थी | और मेरा नाम ले के कह रही थी की अपनी जबान से मेरी चूत को चोदो | आज मेरी सील तोड़ के मुझे भी जवान कर दो | उसकी फेंटसी पूरी हो रही थी चूत को चटवाने की इसलिए उसकी ये बेताबी समझी जा सकती थी |  मैंने उसकी गांड को पकड़ के उसको ऊपर की तरफ उठाया और एकदम सेक्स ढंग से उसकी चूत को कुछ देर तक ऐसे ही लिक किया |उसकी चूत एकदम अनछुई थी |
5 मिनिट के बाद मैं खड़ा हुआ और पूजा सीधा लिटा दिया और अपनी अंडरवियर उतर दिया | उसने मेरा लंड देखा तो डर गई | फिर मेरे समझाने पर मेरा लंड पकड़ा और उसे हिलाने लगी | फिर उसने मेरे लंड को अपने मुहं में ले के मुझे अपनी लाइफ का सब से सेक्सी ब्लोवजोब दिया |उसने बताया की ऐसा उसने एक पोर्न फिल्म में देखा था |
फिर मैंने खड़े हो के उसके  बूब्स को दबाने लगा | और लंड को उसके निपल्स के ऊपर घिसा भी | उसके सेक्सी बूब्स ऐसे लंड से चुदने के लिए ही बने थे जैसे! पूजा भी एकदम हॉट हो गई थी ये सब से और मेरा लंड भी अब एकदम उबाल मार रहा था |
फिर मैंने पूजा को नीचे लिटा दिया और अपना लंड अन्दर घुसाना चाहा | लेकिन उसकी चूत बड़ी टाईट थी इसलिए मेरा लंड फिसल गया | वो बोली दर्द होगा मैंने समझाया फिर उसने मेरे लंड को पकड के सही लगाया और लंड के ऊपर चूत की चिकनाहट लगने से फिर पेनेट्रेशन आराम से हुई | मैंने धीरे धीरे कर के अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया और उसको चोदने लगा | अभी वो रो रही थी क्योकि उसकी सील जो टूटी थी | पहले पहले मैंने एकदम स्लो स्लो चोदा इस सेक्सी लड़की को क्योकि इसकी पहली बार चुदाई हो रही थी | फिर मेरी स्पीड बढ़ गई | वो भी आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह… आय्ह्ह्ह…अय्य्य्हह्ह्ह कर के हिल रही थी | और अब मस्त चुदवा रही थी | फिर मेरे लंड का पानी पूजा की चूत में निकल गया जिस से मुझे एक बड़े संतोष की फिलिंग हुई | मैंने कुछ देर ऐसे ही लंड को उसकी चूत में रखा |
फिर मैंने लंड को निकाला | पूजा टाँगे फैला के ऐसे ही लेटी हुई थी | उसकी पिंक चूत में मेरा सफ़ेद वीर्य लगा हुआ था | खून भी निकला था थोडा सा | उसको ऐसे देख के मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया |
मैंने अपने गंदे लंड को उसके मुहं में दिया चूसने के लिए | उसने लंड को थोडा चूसा और वो एकदम कडक हो गया | नवो खड़ी हुई और मैं निचे लेट गया | वो चूत में लंड को ले के ऊपर चढ़ गई | मेरे दोनों हाथ उसके बूब्स के ऊपर थे और मैं उसको चोद रहा था | वो भी अपनी गांड के धक्के मेरी जांघो के ऊपर दे के मजे से लंड अपनी छेद में डीप तक ले रही थी और आआह्ह्ह्ह… उह्ह्ह्ह…. कर के मज़े ले रही थी | करीब एक घंटे तक मैंने उसे कई बार जम के चोदा | वो खुश थी क्योकि उसकी सील टूट चुकी थी | उसे थोडा दर्द भी हो रहा था | थोड़ी देर मे मैं झड गया और वो भी झड गयी | उस दिन के बाद जब भी मौका मिला, हमने जी भर के चुदाई की |

सगी बहन की पीरियड वाली चूत को चोदा

दोस्तों कैसे हैं आप सभी आज मैं हुकुम आपके सामने आया हूँ क्यूंकि मुझे आप सब से कुछ कहना है | मुझे बहुत अच्छा लगा जब किसीने अपनी चुदाई की कहानी लिखी और उसको मैंने पढ़ा | मुझे लग रहा था मैंने कोई गलती कर दी है और इससे मैं किसी के साथ साझा नहीं कर सकता | मुझे तो पता भी नाघी है कि आप सब मेरे बारे में क्या सोचेंगे पर ये बहुत ज़रूरी है की मैं आपको ये बात बताऊँ | मुझे तो बहुत डर लगता था पहले ये बताने में कि मैंने अपनी बहन के साथ सेक्स किया
| चूँकि मैं एक अच्छा लड़का तो मुझे ये सब शोभा नहीं देता पर क्या करे इसके बिना चलता भी नहीं हैं | मेरे बारे में एक चीज़ समझ लीजिये की अगर मैं कसीस से प्यार करने लगा तो बस उसका ही होक रह जाता हूँ और मेरी बहन से मैं बहुत प्यार करता हूँ | मुझे ये समझ नहीं पता कि रिश्तों में चुदाई को इतना गन्दा क्यूँ कहा जाता है जबकि ये भी जिंदगी का एक एहम हिस्सा है | तो दोस्तों आप लोग अब समझ ही गये होंगे कि मेरी कहानी क्या है और मुझे किस चीज़ की तलाश थी और मुझे वो किसने दी | अब मैं आपको ये बतात हूँ ये सब क्या हुआ और हुआ तो हुआ कैसे | मैं उस समय अपने कॉलेज में था और वो भी कॉलेज में ही थी हम दोनों एक दिन एक ही समय पर पैदा हुए थे | तो मुझे वो बहुत अच्छे से जानत थी और मुझे समझती भी थी | मेरे मम्मी पापा से ज्यादा बनती नहीं थी मेरी [पर वो ही एक लौटी थी घर में जो मेरा ख्याल रखती थी | बिलकुल जैसे एक माँ अपने बचे का रखती है | मुझे जब भी अच्छा नहीं लगता मैं उसकी गोद में सर रखके लेट जाता था और वो मेरे सर के बाल सहलाते हुए कहती थी क्या हुआ ? तो मैं उसे हर बात बता देता था | वो मुझे अच्छे से समझाती थी कि देख तेरे साथ मैं हूँ न तेरे साथ तुझे कुछ भी चाहिए तू मुझसे कहना | मैंने कहा कुछ भी तो उसने कहा हाँ | वो मुझसे बड़ा खुली हुयी थी तो उसने कहा बस मेरी इज्ज़त मत माँगना फिर कहा खेर तेरे लिए वो भी दे दूंगी |

मैंने कहा नहीं मुझे नहीं चाहिए बस तू हमेशा मेरे साथ रहना | तब वो प्यार से कहा करती थी तू मेरा प्यारा भाई है तुझे छोड़ के कैसे जाउंगी कहीं | मैं भी उसे गले लगा लेता था और मेरे माथे पर किस कर देती थी | फिर वो मुझे गले लगाकर सुला देती थी | मैं जब 10 साल का था तब से मुझसे बहुत प्यार करती थी और हमेशा मेरे लिए खड़ी रहती थी | मैं भी भाई होने का फ़र्ज़ निभाता था जो भी उसे व्चैये होता था मैं उसे लाकर देता था | हम दोनों का कोलेगे ख़तम हुआ और हम दोनों ने ही सोचा कि चलो अपना काम शुरू किया जाए | उसने भी कहा तेरा आईडिया बिलकुल सही है और उसने कहा पर इतने पैसे लाएंगे कहाँ से | मैंने कहा चल पापा से बात करके देखते हैं | पापा उस दिन बहुत खुश थे क्यूंकि मेरा सिलेक्शन एक बड़ी कंपनी में मेनेजर की पोस्ट पर हो गया था और ये बहुत ही गर्व की बात थी | पर जिया ने कहा पापा हम दोनों अपना काम करना चाहते हैं | उसके बाद तो पापा का दिमाग ऐसा खराब हुआ की उन्होंने हमसे एक महीने तक बात नहीं की | फिर एक उन्होंने कहा तुमलोगों को जो करना है करो बस मुझसे कोई उम्मीद मत रखना | इस बार मैं टूट गया था पर मुझसे ज्यादा टूटी थी जिया पर मैंने उसे संभाला और कहा कि हमलोग कोई न कोई तरीका निकाल लेंगे | तब मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया भाई ऑनलाइन काम कर सकता बस इसके लिए कंप्यूटर और इन्टरनेट चाहिए | मैंने ये बात किया को बताई तो उसने कहा चल एक बार शुरुवात तो करके देखते हैं | मैंने भी कहा चल क्यूंकि ये दोनों चीज़ें हमारे पास थी और हमे बस इनका पूरा इस्तमाल करना था | हमने ऑनलाइन ऑर्डर्स पे अपने टैग्स दिए और हमे एक साथ चार प्रोजेक्ट्स मिल गये पैसा कम था पर शुरुवात करने के लिए उतना बुरा भी नहीं था | फिर हम दोनों ने काम चालू किया और हमारे क्लाइंट्स को हमारा काम पसंद आने लगा और तीन महीने बाद हुमदोनो ५०००० रू महिना कमाने लगे थे |
फिर क्या था पापा ये सब देखते रहते थे और धीरे धीरे हमलोग और बढ़ गये | फिर पापा ने कहा तुम लोग ये घर में करते क्या रहते हो | तो जिया ने बताया पापा हमलोगों ने बस अपने कंप्यूटर और इन्टरनेट से कुछ चालु किया और आज देखिये हम खुद इतना कम लेते हैं जितना ये मेनेजर की पोस्ट से कमाता | पापा को सुनकर अच्छा लगा तो उन्होंने कहा शाबाश आगे क्या करना है | तब जिया ने कहा पापा अब आप रहने दीजिये वो हम देख लेंगे की हमे आगे क्या करना है ? अब पापा को समझ आ गया था कि उन्होंने अपने बच्चो को पहचानने में गलती की | पर अब कोई मतलब नहीं था पछताने का क्यूंकि अब हम उनका सहारा नहीं लेना चाहते थे | अब हमे एक ऑफिस ले लिया था जहाँ हमारा केबिन अलग था और वर्कर्स काम करते थे | हमारी लाइफ मस्त कट रही थी क्यूंकि अब हम लाख लाख रूपये महिना निकाल लेते थे सारे खर्चे काटने के बाद | उसके बाद क्या था मैंने भी जिया से आहा देख चार साल हो गये हैं हमे काम करते हुए और अब एक महीने बाद पांचवां साल होगा तो जशन तो बनता है | उसने भी कहा हाँ अगर तू बोल रहा है तो ज़रूर करुँगी फिर उसने मुझे गले लगाया और कहा मेरा भाई खुश रहना चाहिए बस | मैंने कहा जिया कई दिन हो गये मैंने तेरी गोद में सर नहीं रखा | उसने कहा आजा पागल द्बोलना चैये न | इस बार जब मैं लेता था तो उसकी चूत से कुछ अजीब सी महक आ रही थी तो मैंने पुछा टॉयलेट करके आई क्या अभी ? तब उसने कहा नहीं पीरियड चल रहे है | मैंने बोला ये क्या होता है ? तो उसने कहा इस टीम पर लड़की की चूत से ख्हों निकलता है | मैंने कहा दिखा तो उसने अपना जीन्स नीचे किया और पेंटी हटा के मुझे दिखाया | मैंने कहा यार इसे देख कर मेरा तो खड़ा हो गया उसने कहा काबू में रख नहीं तो अपनी बहन के साथ ही सेक्स करना पड़ेगा \ फिर उसने कहा चलो अब कल की तैयारी करनी है पार्टी भी देनी है सबको | फिर मैंने कहा हाँ ठीक है और हम दोनों सारा सामन लेने चले गये और रातभर ऑफिस को सजाया |

उसके बाद हमने साड़ी तयारी कर ली थी और फिर सब आ गए थे | फिर हमने पार्टी शुरू कि और हमने दारु भी रखी थी क्यूंकि जिया ने कभी पी नहीं थी तो उसको एक बार पीना था | मैं अपनी बहन के लिए कुछ नही कर सकता था | फिर पार्टी रात तक चली और हम नशे में चूर हो चुके थे | पर जिया ने उतनी नहीं पे थी तो वो मुझे संभाल रही थी | सब चले गए और वो मुझे अन्दर केबिन में ले गयी | मैंने कहा जिया मुझे वो चूत अभी टक याद आ रही है और मेरा लंड भी खड़ा है | तो उसने कहा चुप बहन हूँ में तेरी मैंने कहा जिया प्लीज न एक बार | तब उसने कहा अच्छा ठीक है चोद ले मुझे मैं तुझे मन भी तो नहीं कर सकती | फिर उसने अपने कपडे उआरे और क्या चिकना बदन था उसका |
मैं तो नशे में था इसलिए उसने मेरे भी कपडे उतारे और फिर कहा सुन मेरे दूध को चूस | मैंने नशे में उसके दूध चूसे और वो उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् कर रही थी | फिर मैंने उसके चिकने पेट पर अपनी जीभ लगाके चाटा | उसने कहा अपनी बहन को इतना प्यार करते हो | मैंने कहा जिया मुझे नहीं पता क्या हो रहा है पर अच्छा हो रहा है | उसके पीरियड चालु थे तो मैंने उसकी चूत नहीं चाटी पर मन तो मेरा बहुत था क्यूंकि क्या चूत थी उसकी |
फिर मैंने उसकी चूत पे लंड रखा और अन्दर कर दिया और वो आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् करके चीख पड़ी | उसकी चूत पैक थी तो उसे बहुत दर्द हुआ था | उससे खून भी निकला था पर उसे पता नहीं चला क्यूंकि पीरियड का भी खून था | फिर मैंने जोर जोर से उसको चोदना चालु किया और वो उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर रही थी | फिर आधे घंटे बाद हम दोनों झड़ गए और लेट गए | फिर मेरा लंड खड़ा हुआ और मैंने उसे फिर से चोदा और ये सुबह तक चलता रहा | हम अक्सर चुदाई करते पर उसकी शादी होने वाली है तो थोडा कम कर दिया है |  दोस्तों आप लोगों को मेरी ये कहानी कैसी लगी कमेंट में जरुर बताइयेगा | मुझे इंतजार रहेगा |

मौसी और बहन की चूत एक साथ फाड़ी

हेल्लो मेरे पाठक दोस्तों मैं वंदन आप सब का स्वागत करता हूँ और आज मैं यहाँ हूँ तो चुदाई के अलवा कोई और बात तो हो नहीं सकती | जे हाँ मैं आज आपको अपनी एक चुदाई की घटना के बारे में बताऊंगा जिसे मैंने तीन साल पहले किया था | ये काम थोडा सा संगीन होता है क्यूंकि अगर आपकी शादी नहीं हुयी है तो आपको इसे अकेले में अंजाम देना होता है | मेरी तो शादी अभी तक नहीं हुयी पर मुझपे बहु साड़ी लड़कियां फ़िदा हैं | लड़कियों से मेरा मतलब है कि मुझपर कई चूतें फ़िदा हैं | मुझे ये सब बहुत अच्छा लगता है क्यूंकि मेरे पास टाइम भी है पैसा भी है और वो सब कुछ है जो एक लड़की को चाहिए होता है | मुझे अपने आप पर घमंड कही नहीं था क्यूंकि मुझे हमेशा अच्छी चूत मिली और मैंने उसे तरीके से चोदा | हमेशा मेरा एक ही काम रहता कि चूत को चोदो तो गांड को मत छोडो क्यूंकि मज़ा वहां भी उतना ही आता है | मैंने कई सील तोड़ी और कई लड़कियों की गांड को चौड़ा किया और मुझे गर्व है इस बात पर कि मैं इतना कर पता हूँ और लडकियां मुझसे खुश रहती हैं | पर एक किस्सा है जो आज मैं आपको सुनाना चाहता हूँ जो कुच लग है पर वो किस्सा है बड़ा मजेदार क्यूंकि इसमें मैंने अपनी सगी मौसी को और उनके बेटी को छोड़ा था और उन्होंने मुझसे कहा था बेटा तेरे लंड में जादू है | मैंने कभी हार नहीं मानी किसी भी चूत से और मुझे तो ये भी नहीं पता था कि ऐसा कुछ मेरी लाइफ में हो जाएगा और मुझे इस चीज़ के बड़े फायदे मिलेंगे | मैंने कभी जिंदगी में नहीं सोचा था किस मैं एक साथ दो दो लड़कियों की चुदाई करूँगा और मुझे कोई बुरा भला भी नहीं कहेगा और तो और मुझे पैसे भी मिला करेंगे | तो दोस्तों बात शुरू हुयी थी कोलेगे के दिनों से जब मेरा मन बिलकुल भी पढ़ाई में नहीं लगता था और मुझे रात को मुठ मारे बिना नींद अति नहीं थी | मैंने कई चूत छोड़ी थी पर फिर भी ये मेरी आदत बहन गयी थी कि अगर मैं रात को अपने लंड से माल न गिराऊं तो मुझे नींद नहीं आती थी | मुठ मार्के ऐसा लगता है जैसे मुझे शांति मिल गयी हो |

पर मुझे तो पता ही नही था की मेरे साथ मेरी बहन भी इस काम में लग जाएगी | बात स्टार्ट हुयी थी कॉलेज की क्लास से क्यूंकि मुझे कॉलेज जाने की आदत तो थी नहीं और मैं आवारागर्दी करता रहता था | मेरी बहन जिसका नाम सोना है वो मुझे सारे नोट्स लाकर देती थी और वही मेरी मेरी मौसी की बेटी भी है | मौसी ने कॉलेज में उसके मेरे साथ इसलिए डाला था कि वो मुझ पर नज़र रखे और मैं उसका ख़याल रखूं | पर यहाँ उल्टा होता था क्यूंकि मैं तो कॉलेज से गायब रहता था पर वो मेरा पूरा श्यान रखती थी | वो मुझे खाना खिलाती मेरी कॉपी कम्पलीट करके देती और न जाने क्या क्या | मैं उसके साथ बड़ा ही खुला खुला रहता था क्यूंकि मुझे उसके साथ शरत करने में बड़ा मज़ा आता था | एक दिन की बात है मसुई ने मुझे घर बुलाया और मुठ चिल्ला रही थीं | क्यूँ रे कॉलेज क्यूँ नहीं जाता है ? तेरी माँ से शिकायत करुँगी तेरी रुक जा ज़रा अब समझाती हूँ तुझे अच्छे से | मैंने कहा मौसी ये आपको किसने बताया | उसने कहा सोना मुझे सब बताती रहती है तुझे क्या लगता हम लोग वहां नहीं आते तो क्या खबर नहीं रहती तेरी ? मैंने कहा मौसी और मेरी प्यारी बहन सोना कहाँ है ? उन्होंने ने बोला अपने कमरे में है तैयार हो रही है कॉलेज के लिए | वो कमरे में थी और मैंने बिना कुछ बोले अन्दर जाने का मन बनाया था क्यूंकि बहुत गुस्सा आ रहा था उसपे मुझे | मैं बिना कुछ बोले ही अन्दर घुस गया और देखा वो बस ब्रा और पेंटी में खड़ी है और मैं उसे एक टक देखे जा रहा था | वो खुद को परदे में छुपा रही थी | मुझे जोश आया और मैंने जेक उसे अपनी बाँहों में जोर से पकड़ लिया | उसने कहा भाई क्या कर रहे हो छोड़ दो मुझे | मैं उसके पतले पेट और नाभि में हाथ फेर रहा था और उसके गाल पे किस करते करते बोल रहा क्यों रे सब बता दिया तूने | वो कह रही थी भाई कपडे तो पेहें लेने दे फिर आराम से कर लेना जो करना है | पर मैं उसे जाने ही नहीं दे रहा था और उसे छोटे दूध दबाये जा रहा था और वो कुछ भी नहीं बोल रही थी मुझसे |

मैंने उसे नहीं छोड़ा और वो भी मज़े लेने लगी और मैं उसे जगह जगह चूम रहा था | फिर मुझे लगा की मौसी आ रही है और वो मुझे ऐसे देख लेंगी तो दिक्कत हो जाएगी | उसके बाद मैंने उसे छोड़ा और उसके लिप्स पे किस किया और कहा पागल मत बताना आगे से | फिर उसके बाद मैंने सोचा कि जब तक चूत नहीं मिलती सोना से काम चला लेता हूँ और वो कुच्ग कहेगी भी नहीं क्यूंकि अब वो मुझसे लहेत गयी थी | उसके बाद मैंने उससे कहा की सोना चल मैं तुझे कहीं घुमाने लेके चलता हूँ और फिर उसने कहा कि ठीक है तू ले चल मैं भी कही नहीं गयी हूँ कई सालों से | मुझे लगा कि ये एक बहुत अच्छा मौका है उसे तैयार करने का और मैंने उसे अपनी एक गुप्त जगह पर ले जाने का फैसला किया | उस जगह पर जाकर कोई भी पागल हो जाता है क्यूंकि वहां का नज़ारा ही ऐसा है | मैंने सोचा की जैसे ही सोना वह मेरे पास आयेगी उसे मैं अपनी बाहों में जकड लूँगा और उसके बाद तो वो मेरे प्यार में गिर ही जाएगी | फिर मैंने उससे कहा सुन घर से कुछ खाने को भी ले आना मुझे तेरे ह्जाथ का खाना बड़ा अच्छा लगता है | उसने कहा की तीखी ले आउंगी पर वो जगह मेरे लिए सेफ है भी या नहीं | मैंने कहा अरे तू चल तो जब तक मैं हूँ तुझे कोई हाथ भी नहीं लगा सकता | वो अब पूरी तरह से मेरे चंगुल में थी और मैं सच में यही चाहता था | उसके बाद उसने मुझसे कहा चल तो मैंने कहा आजा मेरी गाडी पे बैठ जा और वो बैठ गयी | हम जब वह पहुंचे तब उसने कहा भाई क्या नज़ारा है यार तू यहाँ आता और पहले मुझे क्यूँ नहीं लाया यहाँ पर | मैंने कहा पहले ले आता तो तू इतना खुश थोड़ी न होती | फिर जैसा की मैंने सोचा था मैंने उसे बाँहों में भरा और उसके लिप्स पे किस करने लगा | वो बोल रही थी भाई तेरे इरादे ठीक नहीं लग रहे है | तब मैंने उससे कहा कि हाँ मैं तुझे चोदना चाहता हूँ और मैं वो करके रहूँगा | उसने कहा पागल तेरी नियत मुझे आज सुबह ही पता चल गयी थी जब तू मुझे ऐसे किस कर रहा था | मैंने कहा अच्छा तो तू भी रेडी है क्या उस सब के लिए उसने कहा हाँ यार मेरे भी दूध दबा दबा के बड़े करदे | मुझे भी एक बहुत घटक माल बनना है |

मैंने उससे कहा चल ये वाला काम हम घर में करेंगे क्यंकि यहाँ पे पुलिस के आने का खतरा है और मैं नहीं चाहता कि कोई भी पंगा हो | वो मेरी बात मान गयी और हम घर पहुंचे और मौसी पड़ोस में किसी के यहाँ गयी हुई थी |उसने कहा वंदन इससे अच्छा मौका नहीं है तो मैंने भी देर न करते हुए सीधा उसके कमरे में जाके उसके कपडे उतारे ओपर उसके उगते हुए दूध जो की निम्बू जैसे थे उसको चूसना शुरू कर दिया | वो आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ऊउम्मम्म खा जाओ इनको वो आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ऊउम्मम्म खा जाओ इनको  मैंने कहा चलो अब तुम्हरी चूत पे अपना मुह लगा दूँ क्यूंकि उसका स्वाद मुझे चखना है | आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ऊउम्मम्म आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ऊउम्मम्म आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ऊउम्मम्म और करो और करो इतना बोलते बोलते झड गयी वो | उतने में मौसी कमरे में आ गयी और बोली ये क्या हो रहा है | हम लोग डर गये फिर मौसी मेरे पास आई और कहा इतना बड़ा लंड उन्होंने तुरंत मेरे लंड को मुह में ले लिया और चूसने लगी | मुझे लगा वाह आज तो जन्नत मिल गयी | मौसी मेरा लंड चूस रही थी और मैं सोना की चूत चाट रहा था | फिर मौसी ने सोना की चूत चाटना चालू किया और मैंने उनकी चूत चाटी | वो भी झड़ गयी फिर मैंने मौसी की चूत में लंड डालके उनको चोदने लगा | फिर मौसी मेरी गांड चाट रही थी और मैंने सोना की चूत में लंड डाला और उसकी चूत फाड़ दी | और हम लोगों ने जाकर चुदाई की थी रातभर | दोस्तों मेरी इस रिश्तों में जोरदार चुदाई की कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा | मुझे इंतजार रहेगा |

पड़ोसन भाभी की मस्त जवानी

indian aunty sex stories दोस्तों…सभी आंटियो को मेरा प्यार भरा नमस्कार ये मेरी पहली कहानी है आंटी के साथ सेक्स की जो मैं आप लोगों के सामने लेकर आया हूँ |
मेरा नाम जतिन है मैं उदयपुर का रहनेवाला हूँ,मेरी उम्र 26 साल है,मेरा औजार 7 इंच लम्बा और खीरे जितना मोटा है | मेरा एक दोस्त है उसकी मम्मी थोडा उनके बारे में बता देता हूँ,आंटी की उम्र करीब 39-40 साल होगी,आंटी एकदम गोरी गदराई और भरे सरीर की है,उनको देख कर तो किसी का भी लंड खड़ा हो जाये आंटी का नाम पम्मी है |
उनके व हमारे परिवार में अच्छी बनती है जब भी मैं उन्हें देखता तो मेरा ईमान डोल जाता है उन्हें देख कर और मैं उनके नाम की मुठ मार लिया करता हूँ | एक दिन मैं उनके घर गया वो उस समय अकेली थी और घर का काम कर रही थी | इस वक़्त उन्होंने नीले रंग की मैक्सी पहने हुई थी | मैं उनके पास जाकर सोफे पर बैठ गया फिर आंटी जी थोडी देर बाद कुछ नास्ता लेकर आई मैं तो उनके उफनते दूध को देखकर पागल हो रहा था | शायद उनको इस बात का पता चल गया था |
उनको छोड़ने का तो बहुत मन कर रहा था की उन्हें वही चोद दूं | पर मुझे डर भी बहुत लग रहा था | मैंने आंटी से विदा ली और अपने खड़े हुए लंड को सम्हालते हुए मैं वह से चला आया | और घर आकर तुरंत मुठ मारी और उनके बारे में ही सोंच रहा था | तभी आंटी का फ़ोन मेरे फ़ोन पर आया उन्होंने मुझ से कहा की कल उनको एक शादी में कानपुर जाना था | उन्होंने बताया की मेरे दोस्त विक्की को कुछ काम है जिसकी वजह से वो नहीं जा पायेगा उन्होंने मुझ से कहा की क्या कल तुम खाली हो मेरे साथ चल सकते हो मैं तो ख़ुशी से पागल हो गया पर मैंने कहा की मुझे अपनी मम्मी से पूछना पड़ेगा तो उन्होंने कहा की तुम उसकी चिंता तुम न करो मैं तुम्हारी मम्मी से पूछ लूंगी | आंटी ने तुरंत मम्मी को फ़ोन किया मम्मी ने हाँ कर दी |
अगले दिन मैं तैयार होक आंटी के घर पहुँच गया,आंटी भी तैयार थी,वो लाल कलर की साडी पहने हुई थी | उन्होंने मेरे तरफ एक कातिलाना अंदाज़ में स्माइल की मेरा लंड फिर खड़ा हो गया |
फिर उनकी कार मैंने निकाली और हम दोनों वहां से निकल पड़े | आंटी अंगड़ाई लेने लगी अब मैं बार-बार किसी बहाने से आंटी के दूध को देख रहा था,मेरा मन तो बार-बार कह रहा था की वही गाडी रोक कर आंटी को वही चोद दूं | लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया |
अबकी बार मेरा लंड खड़ा था,मैंने बड़ी हिम्मत करके अपना हाथ आंटी की जांघों के ऊपर रख दिया आंटी ने कुछ नहीं कहा मेरी हिम्मत बढती जा रही थी | आंटी धीरे-धीरे मुस्कुरा रही थी मैं समझ गया की सिग्नल ग्रीन है | अब हम कानपुर पहुँच चुका था हमने कई होटल देखे लेकिन कोई खाली नहीं मिल रहा था | बहुत देर बाद हमें एक होटल मैं रूम मिला |
हम दोनों थक चुके थे आंटी ने रूम सर्विस को काल किया और ड्रिंक्स मगाई आंटी बोली तुम बैठो मैं फ्रेश होकर आती हूँ |
ड्रिंक्स के साथ मैंने खाने का ऑर्डर दिया मेरा ड्रिंक आ गया तभी आंटी फ्रेश होकर आ गयी थी | वो इस वक़्त मैक्सी पहने हुई थी जिसमे अन्दर की ब्रा-पैन्टी साफ़-साफ़ नज़र आ रही थी | मेरा लंड खड़ा हो गया था और मुझे ड्रिंक्स की वजह से नशा होने लगा था | आंटी ने भी ड्रिंक लिया और खाना खा लिया | फिर आंटी ने अपनी पर्स से सिगरेट निकाली और जला कर कश खीचने लगी फिर उन्होंने एक सिगरेट मेरी तरफ बढाई मैंने भी एक सिगरेट लेकर सुलगा ली | आंटी कश खींचते हुए मुस्कुरा रही थी मेरा तो दिमाग खराब हो रहा था | मेरा लंड पैन्ट फाड़ रहा था | मैं लंड सहलाने लगा आंटी मेरे खड़े लंड को देख रही थी मेरे लंड का बुरा हाल था | मुझ से रहा नहीं गया मैंने आंटी के मम्मे दबा दिए| आंटी थोडा हडबडा गयी उन्होंने मुझ से कहा की ये क्या कर रहे हो ?
मैंने आंटी से कहा की आंटी मैंने जब से आप को देखा है तब से मैं आप को चोदना चाहता हूँ | आंटी ने मुस्कुरा के कहा की तो आज तक तुमने कहा क्यों नहीं | मैंने कहा की कहने की हिम्मत नहीं हुई फिर मैं आंटी का इशारा पाते ही उनपर टूट पड़ा और उनके मम्मो को मसलने लगा | फिर मैंने धीरे से उनकी मैक्सी उतार दी अब वो मेरे सामने ब्रा और पैन्टी मैं थी | उनकी ब्रा के हुक खोलकर मैंने उसे उतार दिया और उनको पलट दिया और उनकी पीठ पर किस करने लगा और उनके मम्मो को मसले जा रहा था फिर मैंने धीरे से अपना हाँथ उनकी पैन्टी में डाल दिया उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया था मैं धीरे-धीरे उनकी चूत में ऊँगली करने लगा अब उनके मुह से आह्ह्ह उह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह आःह्ह्ह आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह आह्ह्ह्ह उम्म्हह्ह आह अह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह आह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह्ह की तेज़ आवाज़े आने लगी फिर मैंने मुनके मम्मो पर अपना मुह रखा और उनको पीने लगा और उसके दानो को अपनी जीभ से सहलाने लगा आंटी बहुत गरम हो चुकी थी | उन्होंने कहा जतिन इतना मत तडपाओ अब डाल भी दो मैं बहुत दिनों से प्यारी हूँ | तुम्हारे अंकल को तो कुछ पता ही नहीं है पर तुमसे चुदकर मेरी चूत धन्य हो जायेगी फिर उन्होंने मेरा लंड मेरी पैन्ट से बाहर निकाला और उसे अपने मुह मैं डालकर चूसने लगी | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था इतने दिनों से जो मेरे लंड को चाहिए था वो आज मिल गया था मेरे लंड को मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरु कर दिए और उनके मुह को चोदने लगा अब हम 69 की पोजीशन में थे | मैं उनकी चूत के दानो को धीरे-धीरे अपनी जीभ से सहला रहा था फिर मैंने अपनी जीभ उनकी चूत मैं डालकर उन्हें जीभ से चोदने लगा |फिर हम दोनों एक साथ झड गए फिर आंटी ने मेरे लंड को चूस कर खड़ा कर दिया | मैंने अपना लंड आंटी की चूत पर रखा और एक जोरदार झटके से पूरा लंड उनकी चूत में डाल दिया वो एक दम चीख पड़ी उनकी आँखों से आंसू आ गए मैं उनको जोर से किस करने लगा तब वो कुछ शान्त हुई उन्होंने कहा तुमने तो मेरी उन्होंने कहा तुमने आज मेरी चूत को फाड़ डाला आज मज़ा आ गया इतने मोटे लंड से चुद के आज तक ये प्यासी थी जतिन मेरे राजा आज तुमने प्यास बुझा दी | मांगो जो तुम्हे मांगना हो मैंने कहा की आंटी मैं तुम्हारी गांड भी मारना चाहता हूँ उन्होंने कहा ठीक है मेरे राजा आज से तो मैं तुम्हारी जो करना है करो और फिर मैंने धक्के तेज कर दिए और उनकी मादक सिस्कारिया आह आह्ह ओह्ह्ह आःह्ह आःह्ह्ह आह्ह्ह्ह उम्ह्हह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह उम्ह्ह्ह आह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह आःह्ह येस्स येस्स्स्स ओह्ह्ह्हह्ह चोदो मुझे और जोर से चोदते रहो आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह येस्स्स्स ओह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह उम्ह्ह्ह आह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह आःह्ह येस्स येस्स्स्स ओह्ह्ह्हह्ह चोदो मुझे और जोर से चोदते रहो फाड़ दो इसे इसका भोसड़ा बना दो आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह येस्स्स्स ओह्ह्हह्ह्ह्ह जोर-जोर से निकल रही थी |
मैं धक्का और जोर से लगाने लगा और उनके मम्मो को मसले लगा वो मुझे जोर से किस किये जा रही थी और मैं जोर से उनको चोद रहा था फिर वो झड गयी फिर मैंने अपना लंड निकाल लिया फिर मैंने कहा की आंटी अब आप की पीछे की बारी है तो आंटी पलट गयी और अपनी पर्स से क्रीम निकाल कर दिया और कहा इसे लगा लो मैंने कभी गांड नहीं मरवाई है तो प्लीज आराम से करना क्योंकि मैंने जैसे उनकी चूत पर अटैक किया था वो डर गयी थी | मैंने कहा चिंता मत करो आंटी फिर मैंने क्रीम निकाल कर अपने लंड पर लगायी और उनकी गांड में भी लगायी फिर उनकी गांड मैं अपना लंड डालने लगा बहुत कसी थी उनकी गांड पर मैं धीरे-धीरे धक्के लगाता गया अब उनको भी मज़ा आने लगा था | वो भी गांड उठा-उठा कर मेरा साथ डे रही थी लगभग 20 मिनट उनकी गांड मारने के बाद मैं झड गया फिर हम दोनों कुछ देर एक दुसरे के उपर पड़े रहे मैं उनके मम्मो को मसलता रहा फिर उन्होंने कहा की चलो जतिन हम तुम साथ में नहाते है हम दोनों बाथरूम में घुसे पहले हमने एक दुसरे को नहलाया फिर मैं उनकी चूत को ऊँगली से सहलाने लगा वो गरम हो गयी वो मुझे किस करने लगी फिर मैंने उनकी घुंडियों को अपने मुह से काटने लगा वो और भी गरम हो गयी थी उन्होंने मेरा खड़ा लंड पकड़ा और अपनी चूत के मोहरे पर रख लिया और कहा चोदो जतिन मैंने धक्के लगाने शुरु कर दिए मैंने उनको एक दीवाल की तरफ सटाया और उनकी एक टांग अपने कंधे पर रखकर चोदने लगा वो जोर से आह्ह्ह आह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह उम्ह्ह्ह आह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह आःह्ह येस्स येस्स्स्स ओह्ह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह येस्स्स्स ओह्ह्हह्ह्ह्ह आवाज़े निकालने लगी मैंने धक्के और तेज कर दिए आंटी झड गयी मैंने फिर उनकी गांड फिर से मारी और फिर अगले दिन हम दोनों ने शादी अटेंड की फिर अगले दिन हम घर वापस आ गए फिर हमे जब भी वक़्त मिलता था हम सेक्स किया करते थे |

गर्लफ्रेंड की अदला बदली करके चुदाई की तमन्ना

मेरी हिन्दी सेक्सी स्टोरी के पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि मेघा का मन मेरे सामने किसी और लंड से चुदने का था तो हम लोग एक डिस्को में गए थे. उधर मनोज और सविता नाम के कपल से हम दोनों ने अदला-बदली की थी. मेघा मनोज के साथ चली गई थी और मैंने सविता को रास्ते में चोद रहा था. तभी मनोज का फोन सविता के फोन पर आया.
अब आगे..

‘डार्लिंग वो दूसरे रास्ते पर ट्रैफिक था तो लम्बे रूट से आ रहे हैं.. और सड़क थोड़ी आआअ ख़राब है आआह..’
‘क्या हुआ?’
‘कुछ नहीं खड्डा था.. आआह.. इस्स्स्स..’
‘ओके..’

फ़ोन काट के मैंने उसे तेज-तेज चोदना चालू रखा.

थोड़ी देर में मेघा का कॉल आया, मैं काटने के बहाने उसका कॉल ऑन करके उसको हमारी चुदाई सुनवाने लगा.
‘आआआअह.. समीर तुम मुझे बहुत मस्त चोद रहे हो.. आआहह..’
‘इस्स्स्स.. तेज तेज चोदो.. मेरी चूत फाड़ दो जानू..’

मैंने उसके निप्पल मसलने शुरू कर दिए और एक निप्पल दांतों से काट रहा था.
थोड़ी देर बाद सविता बोली- जानू, मेरा दुबारा होने वाला है.
मैंने कहा- मेरा भी.. ये पानी कहाँ निकालूं?
‘मेरी सूखी चूत में… इतने दिन बाद इसका सावन आया है, अपना रस मेरी चूत में ही निकालना.
थोड़ी देर बाद हम दोनों साथ में झड़ गए.

मैंने कपड़े पहने और सविता को बस ब्रा पेंटी पहनने दी- जानू आज ऐसे ही चलो.. ताकि रास्ते में तुम्हारे दूध पी सकूँ.
‘समीर कोई देख लेगा.’
‘अब कौन देखेगा.. सुनसान शहर में..!’
‘ठीक है..’

हमने कपड़े लिए और गाड़ी में चल दिए. पूरे रास्ते में सविता की चूत सहलाता रहा.. उसके निप्पलों और मम्मों को चूसता रहा.

घर के नीचे की पार्किंग में पहुँच कर सविता ने साड़ी पहनी और हम घर के अन्दर आ गए.
अन्दर जाते ही..

‘डार्लिंग वेयर आर यू.. हम लोग पहुँच गए हैं..!’
‘ओह काफी टाइम लग गया.’
‘हाँ समीर को उलटी होने लगी थी इस कारण देर हो गई.’
‘अब समीर कैसा है?’
‘मैं ठीक हूँ.. बस सर थोड़ा भारी है, सोना चाहता हूँ.’
‘हाँ जानू.. मैं भी सोने जाऊँगी.. बहुत थक गई हूँ.’
‘ओके डार्लिंग आप लोग सो जाइए.. पर मुझे और मेघा को नींद नहीं आ रही तो हम थोड़ा देर से सोएंगे.’
‘ओके मेघा डार्लिंग, बाय तुम आराम से आ जाना.

मैं और सविता अलग-अलग कमरों में चले गए और मनोज और मेघा एक साथ चले गए.

मैंने थोड़ी देर बाद सविता को फ़ोन किया- हैलो जानू सो गई क्या?
‘अभी नहीं.. आपके लंड के सपने देख रही हूँ.’
‘तो फिर इंतजार किसका है.. आ जाओ न.. या मैं आऊं?’
‘अभी मनोज सोए नहीं हैं.. सोने के बाद आ जाऊँगी.’
‘अरे मेघा को बहुत लेट सोने की आदत है.. अभी काफी टाइम है.. तुम आ जाओ.’
‘ठीक है आती हूँ.’

कमरे में सविता आई तो क्या कयामत लग रही थी. उसने ट्रांसपेरेंट नाइटी पहनी थी. नीचे काले रंग की ब्रा पेंटी थी, नाईटी में से उसका दूध जैसा बदन चमक रहा था.
वो मेरे पास आकर लेट गई- ओह समीर तुमने मेरी प्यास को और बढ़ा दिया है.
‘जानू तुमको देख कर तो मेरी भी प्यास बढ़ गई है.’
‘उम्म्म्म क्या मस्त होंठ हैं यार..’
‘तुम्हारे लिए ही हैं.’
‘उम्म्म मम्म उम्म्म्म..’

मैंने सविता के मम्मों को मसलना शुरू किया साथ ही मैं उसकी नाईटी के ऊपर से ही उसकी जांघें सहला रहा था- जानू, मुझे बच्चे की तरह दूध पिलाओ न!’
‘अच्छा तुम क्या मेरे बच्चे हो?’
‘तो क्या हुआ ऐसे ही समझ कर दूध पिला दो ना..!’
‘ठीक है पर बच्चे तो नंगे होते हैं, जब वो दूध पीते हैं.’
‘तो आकर नंगा कर दो न..’

मुझे नंगा करके सविता बोली- तुम्हारा तो लंड पेंट में परेशान हो रहा था.. देखो इसको नंगा करते ही कितना सुकून मिला है.
‘तो अब दूध पिलाओ न.. नाइटी उतार के नंगी हो जाओ.’
‘लो बाबा उतार दी नाइटी.. खुश! लो ब्रा भी उतार दी..’
‘पेंटी नहीं उतारोगी क्या?
‘पेंटी तो तब उतारूंगी, जब तुमको शरबत पीना होगा.’
‘मेरी गोद में लेट जाओ.’
‘लो.. लेट गया अब निप्पल मुँह में दो.’

मैं कभी एक निप्पल चूस रहा था, कभी दूसरा.. और अपना हाथ उसकी सारी बॉडी पर घुमा रहा था.

‘आयाह.. आआआआह.. समीर इतने प्यार से कभी किसी ने मेरा दूध नहीं पिया.. आह.. सारा दूध पी लो.’

चूचे चूसते-चूसते मैं उसके निप्पल काट भी लेता था और दूसरे हाथ से मसल भी देता था.

‘तुम्हारी जांघें बहुत मस्त हैं जान.. इनको तो मैं खा जाऊंगा.’
‘हाँ समीर, ये चिकन का लेग पीस है.. सिर्फ इसे नहीं सब खा जाना.. आआआह धीरे-धीरे दूध पियो.. काटो मत न..’
‘उम्म्म्म क्या करूँ.. ये हैं ही इतने मस्त कि इनको खाने में ही मजा आ रहा है.’
‘बस दूध ही पीते रहोगे क्या.. मेरी चूत प्यासी है कुछ करो ना..’

मैंने उसे नीचे लिटाया और उसके होंठ चूसने लगा और जाँघों और चूत को पेंटी के ऊपर से सहलाने लगा.

‘आआह.. उम्म्म्म… मेरी चूत गीली हो गई है जान..’

मैंने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू किया और धीरे-धीरे नीचे आकर उसकी नाभि को चूसने लगा.. जीभ अन्दर डाल कर नाभि को खूब अच्छे से चूसा- तुम्हारी चूत से मस्त खुशबू आ रही है जान.
मैं चूत के आस-पास किस कर रहा था. पेंटी के ऊपर से और जाँघों पर दांतों से काट रहा था.

‘ये पेंटी उतार क्यों नहीं रहे समीर.. आज मुझे नंगी करके जी भर के चोद दो.’
‘हाँ जान, पहले ये मस्ती भी तो जरूरी है.’
‘मुझसे रहा नहीं जा रहा है प्लीज़ कुछ करो न.’

मैंने सविता की पेंटी निकाल दी और चूत पर किस किया.
‘आआहह.. इस्स्स्स..’
मैंने जीभ उसकी चूत में डाल कर जीभ से सविता की चूत को चोदने लगा.

‘आआह.. स्मीईईईईएर आआहह..अह.. मैं नहीं रुक सकती.. मेरा पानी आने वाला है.’

उसने अपनी चुत का पानी छोड़ दिया. मैं उठा और फिर से उसे किस करने लगा और मम्मों और निप्पलों को चूसने लगा.

उसने मुझे लिटाया और मेरा लंड मुँह मैंने लेकर चूसने लगी. मैं उसके निप्पलों और चूत को सहला रहा था. वो मेरे लंड की गोटियों को भी चूसती जा रही थी, कभी पूरा मुँह में लेती.. कभी आगे से टोपा चूसती.. वो बहुत प्यासी लग रही थी.

फिर मैंने उसे खड़ा किया और उसका एक पैर बेड पर रेखा और उसकी चूत में लंड लगाने लगा. सविता ने खुद ही लंड चूत पर सैट किया और मैंने धक्का देकर उसकी चूत में लंड पेल दिया. अब मैं उसे चोदने लगा. मैं उसके निप्पलों को भी मसल रहा था और होंठ भी चूस रहा था. थोड़ी देर बाद मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसके ऊपर आकर उसे चोदने लगा.

‘सविता तुमने पीछे कभी नहीं लिया क्या?’
‘नहीं समीर.. और प्लीज़ पीछे कुछ मत करना.’
‘ठीक है.. पर एक उंगली तो डाल सकता हूँ..?’
‘नहीं समीर दर्द होगा.’
‘अगर दर्द हो तो बता देना.. मैं निकाल लूँगा.’
‘ठीक है.’

मैंने उसकी चूत के रस से उंगली गीली की और उसके पीछे धीरे-धीरे डालने लगा.

उसे थोड़ा दर्द हुआ पर उंगली अन्दर चली गई. अब मैं उसे आगे लंड से पर पीछे उंगली से चोद रहा था. सविता इस दोहरे मजे से पागल हो रही थी. उसने अपनी गांड को काफी ढीला कर दिया था.
मैं उसे उल्टा लिटा कर उसकी गांड मैं धीरे-धीरे लंड डालने लगा.
उसे बहुत दर्द हो रहा था- आआहह.. उई.. निकालो दर्द हो रहा है..’
‘अभी होगा.. फिर मजा आएगा..’

मैंने एक झटका मारा तो लंड अन्दर चला गया.
‘आआह.. ओह.. मर गई रे.. आआआ.. निकालो..’
मैं थोड़ी देर रुक कर पीछे मुँह करके उसके होंठ चूसने लगा.. और थोड़ी देर बाद धीरे-धीरे गांड को चोदना शुरू किया.

अब सविता भी गांड उठा कर साथ दे रही थी- आआआह.. समीर अब मजा आ रहा है..
मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डालकर चूत को उंगली से भी चोदना चालू रखा.

थोड़ी देर बाद सविता का शरीर अकड़ने लगा और उसका पानी फिर से निकल गया. पर मैंने अब उसकी चूत में पीछे से लंड डाल कर चोदना चालू रखा. थोड़ी देर बाद सविता फिर से झड़ने लगी और मैं भी झड़ने को हो गया.

सविता ने कहा- अबकी बार ये पानी मेरे मुँह में छोड़ना.. मुझे ये अमृत पीना है.
मैंने उसके मुँह में लंड डाल दिया.. लंड से पिचकारियाँ छूटीं तो वो लंड का पूरा पानी पी गई.

हम ऐसे ही नंगे ही एक-दूसरे की बांहों में पड़े रहे.
‘ओह समीर तुमने आज तक का सबसे बढ़िया सेक्स किया है.. मुझे पहले किसी ने ऐसे नहीं चोदा.’
‘अच्छा तो आज तक कितनों से चुद चुकी हो?’
‘कॉलोनी के ही 5 पड़ोसी हैं, दोपहर को जब मेरा मन होता है.. तो आ जाते हैं.’
‘अच्छा अगर दुबारा मेरा मन किया तो क्या मैं दुबारा आ सकता हूँ?’
‘मैं खुद ही बुला लूँगी और जब तुम्हारा मन हो मुझे कॉल कर देना. मैं हमारे मिलने का इंतजाम कर लूँगी.’

थोड़ी देर बाद वो अपने कमरे में नंगी ही चली गई और सो गई.

मैंने जाकर देखा कि मेघा क्या कर रही है तो उसके अन्दर का माहौल भी गर्म था. वो भी चुद रही थी, उसने अपना फोन टेबल पर गुलदान से टिका कर रखा हुआ था. मैं समझ गया कि ये चुदाई की वीडियो बना रही है.

मैं वापिस आकर सो गया कि कल घर जाकर इसके मोबाइल पर चुदाई की रिकॉर्डिंग देख लूँगा.

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